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रोचक हुआ कुश्ती महासंघ का चुनाव, बृजभूषण के करीबी भी मैदान में, 22 यूनिट के समर्थन का दावा

WFI के अध्यक्ष पद के लिए 12 अगस्त को चुनाव होने हैं. चुनाव में नामांकन के लिए सोमवार का दिन आखिरी था. इस चुनाव को लेकर जस्टिस महेश कुमार ने बताया बताया कि अध्यक्ष पद पर एक महिला ने भी आवेदन किया है. उम्मीदवारों के नाम डब्ल्यूएफआई वेबसाइट पर डाले जाएंगे. 

बृजभूषण सिंह (फाइल फोटो) बृजभूषण सिंह (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 01 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 3:45 PM IST

भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव 12 अगस्त को होने हैं. चुनाव में नामांकन के लिए सोमवार का दिन आखिरी था. यूपी से संजय सिंह समेत चार उम्मीदवारों ने सोमवार को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया. संजय सिंह को बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह का करीबी माना जाता है. 
 
चंडीगढ़ कुश्ती संघ से दर्शन लाल ने महासचिव पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया, जबकि उत्तराखंड से एसपी देसवाल ने बृज भूषण खेमे से कोषाध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. बृजभूषण खेमे का दावा है कि उन्हें 25 राज्य इकाइयों में से 22 का समर्थन मिल रहा है और 12 अगस्त को होने वाले WFI चुनावों में सभी 15 पदों पर जीत हासिल करेंगे. 

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सोमवार को ओलंपिक भवन में उम्मीदवारों ने जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस महेश मित्तल कुमार के सामने अपना नामांकन दाखिल किया. उन्हें WFI चुनाव के लिए रिटर्निंग ऑफिस नियुक्त किया गया है. नामांकन वापस लेने की तारीख 7 अगस्त है. 

मैदान में कितने उम्मीदवार? 

जस्टिस महेश कुमार ने बताया कि चार उम्मीदवार अध्यक्ष पद पर, जबकि तीन वरिष्ठ अपाध्यक्ष, 6 अपाध्यक्ष, तीन महासचिव, दो कोषाध्यक्ष, संयुक्त सचिव और 9 उम्मीदवार कार्यकारी सदस्य पद के लिए खड़े हैं. उन्होंने बताया कि 15 पदों पर 30 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है. उन्होंने बताया कि अध्यक्ष पद पर एक महिला ने भी आवेदन किया है. उम्मीदवारों के नाम डब्ल्यूएफआई वेबसाइट पर डाले जाएंगे. 

बृजभूषण के खिलाफ गवाह थीं अब बनीं उम्मीदवार

डब्ल्यूएफआई कार्यकारी समिति के सदस्यों की सूची में एकमात्र महिला उम्मीदवार अनीता श्योराण हैं जो ओडिशा का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. श्योराण बृजभूषण के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न मामले में गवाहों में से एक थीं. बृजभूषण खेमे ने 15 डब्ल्यूएफआई पदों के लिए कुल 18 नामांकन दाखिल किए हैं, जबकि प्रतिद्वंद्वी खेमों के उम्मीदवार यह बताए बिना चले गए कि वे किन पदों के लिए अपना नामांकन दाखिल कर रहे हैं.

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नामांकन दाखिल करने के लिए काफिले के रवाना होने से पहले भाजपा नेता ने एक पांच सितारा होटल में एक और दौर की बैठक की, जिसके बाद बृजभूषण खेमे के उम्मीदवार और समर्थक दोपहर में ओलंपिक भवन पहुंचने वाले पहले व्यक्ति थे. नामांकन बंद होने में 45 मिनट से भी कम समय बचा था और बृजभूषण खेमे द्वारा अपनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद एक समूह जिसमें अनीता श्योराण, रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड (आरएसपीबी) के सचिव प्रेम चंद लोचब (गुजरात प्रतिनिधि), दुष्यंत शर्मा (जम्मू-कश्मीर) और कुछ अन्य लोग पहुंचे और मीडिया से बात किए बिना अपना नामांकन दाखिल करने के बाद चले गए.

भले ही बृजभूषण, जो "सर्वसम्मति वाले उम्मीदवारों" की सूची तैयार करने के लिए पिछले दो दिनों से राज्य इकाइयों के साथ बैठकें कर रहे थे, ओलंपिक भवन में उम्मीदवारों के साथ नहीं गए, उनके दामाद विशाल सिंह (बिहार कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष), अपने समूह के उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल करने में सुविधा प्रदान कर रहे थे. हालांकि वह किसी भी पद के लिए मैदान में नहीं हैं.

विशाल ने कहा, 'हमारी ओर से 18 नामांकन दाखिल किए गए हैं. अध्यक्ष पद के लिए हमारे उम्मीदवार संजय कुमार सिंह हैं. हमने तीन उपाध्यक्षों के लिए (नामांकन) दाखिल किया है.' यह पूछे जाने पर कि दो दिनों की व्यस्त बैठकों के बाद बृजभूषण नामांकित व्यक्तियों के साथ क्यों नहीं गए, विशाल ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि उनके आने की कोई आवश्यकता थी. वह मतदाता सूची में नहीं हैं.'

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विशाल ने कहा, 'उन्हें आने की जरूरत नहीं है, लेकिन हम सभी उसका समर्थन कर रहे हैं. हम सब उनके लिए यहां हैं. उनके नेतृत्व में डब्ल्यूएफआई ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और हम वास्तव में आशा करते हैं कि जो भी आगे आएगा वह अच्छा काम करेगा.' यह पूछे जाने पर कि क्या 22 राज्य इकाइयां बृजभूषण समूह का समर्थन कर रही हैं, विशाल ने कहा, 'मेरा ऐसा मानना ​​है. हम (चुनाव जीतने को लेकर) बहुत अधिक आश्वस्त हैं. अगर आप मतदान प्रतिशत देखेंगे तो ज्यादातर लोग हमारे साथ आे हैं. लेकिन यह स्वतंत्र इच्छा है, हम हर किसी की स्वतंत्र इच्छा का सम्मान करते हैं और अगर चुनाव होता है तो हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है.'

मेरे परिवार का कोई सदस्य चुनाव नहीं लड़ेगा: बृजभूषण

सुबह बृजभूषण शरण सिंह ने दोहराया कि उनके परिवार का कोई भी सदस्य डब्ल्यूएफआई चुनाव नहीं लड़ेगा. जहां उनके बेटे करण पहले ही अपना नाम वापस ले चुके हैं, वहीं उनके दामाद विशाल ने भी रविवार को कहा था कि वह किसी भी पद के लिए चुनाव नहीं लड़ेंगे. नामांकितों और समर्थकों के काफिले के ओलंपिक भवन के लिए रवाना होने से पहले, बृजभूषण ने अपने आवास पर कहा, 'आज नामांकन का आखिरी दिन है, 22 राज्य संघों के सदस्य यहां थे और वे (मुझसे) मिलने आए थे और अब नामांकन के लिए जा रहे हैं. इस नामांकन में मेरे परिवार से कोई नहीं है. पहले चुनाव होने दीजिए और फिर जो भी जीतेगा वह अपना काम करेगा. 

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बृजभूषण, जिनके खिलाफ ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगट सहित देश के छह शीर्ष पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे और जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया था, चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हैं क्योंकि उन्होंने 12 साल पूरे कर लिए हैं. महासंघ का प्रमुख बनने के लिए राष्ट्रीय खेल संहिता के अनुसार अनुमत अधिकतम अवधि को बृजभूषण पार कर चुके हैं. 

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