
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे 40 मजदूरों को निकालने के लिए जद्दोजहद जारी है. इसी बीच हिमाचल में भी सर्दियों के दौरान हिमस्खलन और भारी बर्फबारी की संभावना को देखते हुए मशीनरी और मैनपावर तैनात करने का आदेश दे दिया गया. ये आदेश हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने अधिकारियों को दिए हैं.
हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने गुरुवार को अधिकारियों से सर्दियों के दौरान हिमस्खलन और भारी बर्फबारी की संभावना वाले क्षेत्रों में मैनपावर, मशीनरी और मैटेरियल पहले से सुनिश्चित करने के लिए कहा है.
सचिवालय से जारी बयान में कहा गया है कि मुख्य सचिव ने राज्य की शीतकालीन तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान उन्होंने सभी डिप्टी कमिश्नर से भारी बर्फबारी के खतरों को देखते हुए अति संवेदनशील क्षेत्रों की ओर ट्रैकर्स या यात्रियों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के लिए तत्काल आदेश जारी करने को कहा है.
बैठक के दौरान, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य में आगामी सर्दियों के लिए अपना पूर्वानुमान बताया. IMD ने आने वाले महीनों के लिए सामान्य सर्दी का मौसम रहने का अनुमान जताया है. बैठक में शिमला और अन्य जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की पूर्व तैनाती करने पर भी चर्चा हुई.
एनडीआरएफ ने अपनी बचाव टीमों के लिए 9,000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर एक बेस बनाने का प्रस्ताव दिया है. बयान में कहा गया है कि इस तरह की तैनाती से बचावकर्मियों को अधिक ऊंचाई पर परिस्थितियों के अनुकूल ढलने में मदद मिलेगी, यह आपातकालीन बचाव अभियान की स्थिति में फायदेमंद होगा. बैठक में मुख्य सचिव ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि सभी विभाग सर्दी के मौसम की चुनौतियों के लिए तैयार रहें.
उन्होंने संबंधित विभागों को सड़कों को प्रभावी ढंग से बनाए रखने और सड़क किनारे नालियों और पुलियों से बर्फ हटाने, किसी भी घटना की स्थिति में राज्य भर में फायर हाइड्रेंट का एक नेटवर्क बनाने, पानी के पाइप और बिजली के खंभों की लिस्ट बनाए रखने का भी निर्देश दिया. उन्होंने संबंधित विभागों से जरूरत पड़ने पर जेसीबी, ट्रक और 4X4 वाहनों समेत मशीनरी किराए पर लेने के लिए तैयार रहने को भी कहा.
उन्होंने डिप्टी कमिश्नर को उन क्षेत्रों में पर्याप्त भोजन और ईंधन आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जो भारी बर्फबारी और सड़क अवरोधों के कारण कटे हुए हैं. उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को भी कहा कि ऐसे क्षेत्रों में संचार चैनल चालू रहें.