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30-40 सेकेंड के भीतर नजर आ रही थी सिर्फ लाशें, बालासोर रेल हादसे की कहानी चश्मदीदों की जुबानी

ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण हादसे में अब तक 280 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. अब कोरोमंडल ट्रेन में सफर करने वाले एक चश्मदीद ने हादसे की कहानी सुनाई. अनुभव दास ने बताया कि 30 से 40 सेकेंड में सबकुछ बदल गया और उनके सामने सिर्फ लाश ही दिखाई दे रही थीं.

हादसे के चश्मदीद अनुभव दास ने बताई पूरी कहानी हादसे के चश्मदीद अनुभव दास ने बताई पूरी कहानी
aajtak.in
  • बालासोर,
  • 03 जून 2023,
  • अपडेटेड 10:18 PM IST

ओडिशा के बालासोर में बीते तीन दशकों में सबसे बड़ा रेल हादसा हुआ है. इस हादसे में अब तक 280 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि हजारों लोग घायल है जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. 

कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन के (शालीमार-मद्रास) मेन लाइन से गुजर रही थी,  उसी वक्त अप लूप लाइन पर वो मालगाड़ी से टकरा गई. अब इसी ट्रेन में सफर करने वाले घटना के एक चश्मदीद ने जो बताया वो आपको हैरान कर देगा.

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कोरोमंडल एक्सप्रेस में सफर कर रहे अनुभव दास ने हादसे वाले समय को याद करते हुए बताया, 'कोरोमंडल एक्सप्रेस की गति लगभग 110-115 किमी प्रति घंटा थी और ट्रेन सुचारू रूप से चल रही थी, अचानक टक्कर हुई और 30-40 सेकेंड के भीतर हमारे सामने काफी सारे लोग घायल नजर आ रहे थे, लोगों के शव पड़े थे और हर जगह मदद के लिए लोग चिल्ला रहे थे.

हादसे में बाल-बाल बचे कुछ अन्य यात्रियों ने आंखों देखा मंजर बयां किया है. एक यात्री ने बताया कि आरक्षित श्रेणी के बावजूद कोच में लोग भरे हुए थे. ट्रेन पलटी, उस वक्त मैं सो रहा था. अचानक झटका लगा, आंख खुली तो मेरे ऊपर कम से कम 15 लोग आ गिरे. मैं किसी तरह जान बचाकर बाहर निकला, तो देखा कि किसी के हाथ नहीं, किसी के पैर नहीं और किसी-किसी का चेहरा तो बुरी तरह बिगड़ चुका था.

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यात्री ने आगे बताया, ''मुझे कई जगह चोट लगीं, पर भगवान का शुक्र है कि जान बच गई.'' वहीं, एक अन्य यात्री गोविंदा मंडल ने बताया कि हमें लगा, अब हम बच नहीं पाएंगे. किसी तरह कुछ यात्रियों ने बोगी की खिड़कियां तोड़ीं, तब जाकर हम बाहर निकल पाए.

वहीं, एक घायल यात्री ने हादसे का जिक्र करते हुए बताया कि शाम 6:55 के आसपास जोर की आवाज आई और फिर ट्रेन पलट गई. तब पता चला कि ट्रेन हादसा हुआ है. हादसे में बहुत लोग घायल हुए हैं. तो कई लोग मारे गए हैं. एंबुलेंस और बचाव कर्मी तुरंत आ गए थे. जिस कारण हम लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचाया गया.

पीएम मोदी ने घटनास्थल का किया दौरा

इससे पहले हादसे की जगह पर पीएम मोदी ने चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा की और इस दौरान उन्होंने एकजुट होकर उन्हें काम करने को कहा. पीएम मोदी घटनास्थल से मोबाइल फोन पर भी बात करते हुए नजर आया, पीएम ने फोन पर कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य मंत्री से सीधे बात की. उन्होंने अधिकारियों से लोगों के अच्छे इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया.

पीएम मोदी ने अधिकारियों को घायलों और उनके परिवारों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का आदेश दिया. हादसे की संयुक्त जांच रिपोर्ट सामने आई है जिसमें इस भीषण घटना के पीछे सिग्नल से संबंधित गलती सामने आई है.

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बता दें कि इस हादसे में ढाई सौ से अधिक यात्रियों की जान जा चुकी है जबकि करीब एक हजार लोग घायल हैं. रिपोर्ट के मुताबिक मालगाड़ी लूप लाइन पर खड़ी थी, कोरोमंडल एक्सप्रेस सिग्नल की समस्या के कारण पटरी से उतर गई और मालगाड़ी से टकरा गई.

इस भीषण टक्कर के बाद कई सवाल उठ रहे हैं. इन सबके बीच हादसे की संयुक्त जांच रिपोर्ट सामने आई है. इस जांच रिपोर्ट में इस भीषण घटना के पीछे सिग्नल से संबंधित गलती सामने आई है.


 

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