
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के बिधाननगर पुलिस ने फर्जी सिम कार्ड रैकेट का पर्दाफाश करते हुए 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई साइबर धोखाधड़ी की एक लिखित शिकायत के आधार पर की गई, जिसके बाद साइबर क्राइम थाना के सब-इंस्पेक्टर रफीकुल लस्कर ने जांच शुरू की.
कैसे चल रहा था फर्जी सिम कार्ड रैकेट?
जांच के दौरान सामने आया कि कोलकाता और बिधाननगर में एक गैंग सक्रिय था, जो फर्जी सिम कार्ड जारी कर रहा था. गिरफ्तार किए गए लोग टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स (TSP) के फ्रीलांसर और टीम लीडर थे. वे किसी स्थायी दुकान से सिम कार्ड जारी नहीं करते थे, बल्कि अलग-अलग इलाकों में सक्रिय होकर ग्राहकों को निशाना बनाते थे.
कैसे करते थे धोखाधड़ी?
ग्राहक जब नया सिम कार्ड लेने आते, तो ये गैंग उनके आधार कार्ड और अन्य पहचान पत्रों की जानकारी लेते थे. इसके बाद, वे ग्राहकों से कहते कि तकनीकी दिक्कत के कारण उनका सिम एक्टिवेट नहीं हो सका. ग्राहक के जाने के बाद, वे उसी ग्राहक की पहचान का इस्तेमाल कर खुद सिम एक्टिवेट कर लेते. इस तरह भोले-भाले लोगों की पहचान का गलत इस्तेमाल कर फर्जी सिम कार्ड बेचे जा रहे थे.
पुलिस कर रही जांच
पुलिस ने इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और पूरे रैकेट की जांच की जा रही है. पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन फर्जी सिम कार्डों का इस्तेमाल साइबर क्राइम या अन्य अपराधों में तो नहीं हुआ. बिधाननगर पुलिस की इस कार्रवाई से फर्जी सिम कार्ड से जुड़े बड़े साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश हुआ है और पुलिस आगे भी ऐसी अवैध गतिविधियों पर नज़र बनाए रखेगी.