
बंगाल में फर्जी वैक्सीन मामले में कोलकाता पुलिस ने हाई कोर्ट में हलफनामा दायर किया है. कोलकाता पुलिस ने कोर्ट को जानकारी दी है कि अभिनेत्री व सांसद मिमी चक्रवर्ती, अभिनेत्री लवली मोइत्रा और सांसद डॉ. शांतनु सेन से भी पूछताछ की गई और सीआरपीसी की धारा 161 के तहत इन लोगों के बयान दर्ज किए गए.
कलकत्ता हाई कोर्ट में दाखिल हलफनामे में कोलकाता पुलिस ने बताया कि फर्जी वैक्सीन मामले में जारी जांच के संबंध में सीआरपीसी की धारा 160 के तहत सीरम इंस्टीट्यूट को भी नोटिस भेजा गया है. हलफनामे में बताया गया है कि भारत में कोविशील्ड वैक्सीन के असली निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया लिमिटेड के जनरल मैनेजर को नोटिस भेजा गया है और कंपनी के जवाब का इंतजार है.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में नकली IAS अफसर बन फर्जी कोरोना टीकाकरण कैंप लगाने मामले में कोलकाता पुलिस ने 26 जून को तीन और आरोपियों की गिरफ्तारी की. इस मामले में मुख्य आरोपी देबांजन देब को कोलकाता पुलिस ने कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. जांच के दौरान पता चला कि देबांजन ने खुद को IAS अफसर बताकर इस नकली टीकाकरण अभियान को अंजाम दिया था.
इसपर भी क्लिक करें- फ्रॉड वैक्सीनेशन के बाद सांसद मिमी चक्रवर्ती की बिगड़ी तबीयत, पेट दर्द-डिहाइड्रेशन की शिकायत
वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से एक एक्सपर्ट कमेटी का भी गठन कर दिया गया है. कमेटी द्वारा फर्जी टीकाकरण के प्रभाव को जानने की कोशिश की जाएगी, और उसके मुताबिक उचित कार्रवाई की जाएगी. तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद और बंगाली फिल्म एक्ट्रेस मिमी चक्रवर्ती भी इस फ्रॉड वैक्सीनेशन का शिकार बन गई थीं. फर्जी वैक्सीनेशन के बाद उनकी तबीयत भी बिगड़ गई थी.