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यौन उत्पीड़न से तंग आकर मेरे बेटे ने की खुदकुशी... एक मां ने सुनाई ये दर्दनाक दास्तां

हरियाणा के फरीदाबाद की रहने वाली आरती मल्होत्रा के बेटे ने अपनी सोसाइटी में 15वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. आरती मल्होत्रा का आरोप है कि बेटे को उसकी सेक्सुअलिटी के लिए स्कूल में परेशान किया जाता था. इतना ही नहीं उसका यौन शोषण भी किया गया. इस वजह से उसकी मौत हो गई.

आरती मल्होत्रा अपने बेटे के साथ (फाइल फोटो- इंस्टाग्राम) आरती मल्होत्रा अपने बेटे के साथ (फाइल फोटो- इंस्टाग्राम)
aajtak.in
  • फरीदाबाद,
  • 08 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 12:02 PM IST
  • आरती मल्होत्रा के बेटे ने 15वीं मंजिल से कूदकर की आत्महत्या
  • आरती का दावा- बेटे का स्कूल में यौन उत्पीड़न हुआ

फरीदाबाद की रहने वाली महिला आरती मल्होत्रा के बेटे करीब 6 महीने पहले फरवरी में आत्महत्या कर ली थी. लेकिन अब आरती अपने बेटे के लिए न्याय मांग रही हैं. आरती ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे को उसकी सेक्सुअलिटी के लिए स्कूल में परेशान किया जाता था. इसी की वजह से उनके बेटे की असामयिक और दुखद मौत हो गई. 

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आरती का आरोप है कि अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी मामला ठप हो गया. उन्होंने 'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' पर इस घटना का जिक्र किया है. उन्होंने बताया कि कैसे उनके बेटे के साथियों ने उसे लगातार धमकाया, यहां तक कि उसके साथ यौन उत्पीड़न भी किया. 

आरती ने बताया कि उनका बेटा जब 6वां क्लास में था, तभी से उसे बुल किया गया. आरती ने बताया कि उनका बेटा कहता था कि क्लास में लड़के उसे छक्का कह कर बुलाते हैं. मैं भी डीपीएस स्कूल में टीचर थी. मैंने स्कूल प्रशासन से शिकायत की, लेकिन उन्होंने कहा, वह नौटंकी है. 

आरती ने बताया, मैंने अपने बेटे से कहा कि सब कुछ ठीक हो जाएगा. वह वॉलीबॉल खेलकर खुद को 'मर्द' दिखाने की कोशिश करता. लेकिन यह सब उसके लिए नहीं था. वह आर्ट और म्यूजिक को पसंद करता था. इन्हीं से खुश होता था. लेकिन हर कदम पर उसका मजाक उड़ाया गया. 

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आरती के मुताबिक, जब उनका बेटा 9वीं कक्षा में पहुंचा, स्कूल में चीजें और खराब हो गई थीं. उसने अपनी मां को बताया था कि उसकी कक्षा में लड़कों ने उसकी आंखों पर पट्टी बांधी थी और उसे कपड़े उतारने के लिए कहा था. मेरे बेटे को धमकाने वाले यौन उत्पीड़क बन गए थे. 

आरती ने बताया कि स्कूल ने कार्रवाई करने से इनकार कर दिया. इससे मुझे काफी धक्का लगा. मैं कई थेरपिस्ट के पास गई. वह डिप्रेशन में था. आर्ट से भी उसकी रुचि खत्म होने लगी. 10वीं कक्षा में पढ़ाई करना मुश्किल हो गया. बोर्ड परीक्षा भी आने वाली थीं. वह स्कूल जाने से भी डरने लगा था. 

आरती के मुताबिक, उनके बेटे ने एक दिन कहा कि उसे नेल पेंट लगाना और गहने पहनना पसंद है. आरती ने उससे कहा कि तुम जो हो वही रहो. जब स्कूल परीक्षा के लिए खुले. उसने मुझसे फोन पर कहा, वह परीक्षा नहीं देना चाहता. वह रोता जा रहा था. मैंने मैसेज कर उससे कहा कि कोई बात नहीं परीक्षा छोड़ दो, लेकिन उसने जवाब नहीं दिया. 

आरती ने बताया कि एक घंटे बाद उन्हें उनकी सोसाइटी से फोन आया कि उनके बेटे ने कुछ कर लिया है. मैंने उनसे अस्पताल ले जाने के लिए कहा. जब मैं वहां पहुंची वह मर चुका था. उसने 15वीं मंजिल से छलांग लगाई थी. उसने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि मैं सबसे अच्छी मां हूं. उसने मुझसे नई नौकरी खोजने के लिए भी कहा. 

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(Input- Tiasa Bhowal)

 

 

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