
कृषि कानूनों के मसले पर केंद्र सरकार और 40 किसान संगठनों के बीच आज बुधवार को 7वें दौर की बातचीत खत्म हो गई है. ये बैठक पिछली 6 बैठकों की तुलना में ज्यादा सकारात्मक रही और दोनों पक्ष 'बातचीत के माहौल' से खुश नजर आए. सरकार और किसान संगठनों के बीच अब अगली वार्ता 4 जनवरी को होगी.
घंटों चली बैठक के बाद आज बुधवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आज किसान आंदोलन से संबंधित यूनियन के नेताओं के साथ बैठक खत्म हुई. आज की बैठक पूर्व की तहत अच्छे वातावरण में संपन्न हुई. यूनियन के नेताओं के साथ आज की बैठक में चार विषयों में से दो विषयों पर रजामंदी हुई.
कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि पराली जलाने के मुद्दे पर सरकार और किसान के बीच रजामंदी हुई. साथ ही बिजली बिल जो अब तक आया नहीं है, लेकिन उन्हें लगता है कि इससे उन्हें नुकसान होगा. किसानों के मांग पर सरकार और किसानों के बीच इन दोनों विषयों पर रजामंदी हुई है.
2 अन्य मुद्दों पर 4 जनवरी को होगी बैठकः कृषि मंत्री
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि एमएसपी के विषय में भी सरकार कहती रही कि यह जारी रहेगी. हम उस पर अभी भी दृढ़ हैं. हम लिखकर भी देने को तैयार हैं. एमएसपी को लेकर चर्चा जारी है. लेकिन किसानों की यूनियनों को लगता है कि एमएसपी को कानूनी दर्जा मिलना चाहिए. इसलिए 4 जनवरी को दोपहर 2 बजे एमएसपी और अन्य मुद्दों के कानूनी पहलुओं पर चर्चा जारी रहेगी.
कृषि कानून और एमएसपी पर नहीं बनी बात, चार जनवरी को दोबारा मीटिंग
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कंपकंपाती ठंड में आंदोलन कर रहे बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं के बारे में कहा कि वे आंदोलनकारियों से अनुरोध करते हैं कि बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को घर भेज दें. उन्होंने कहा, 'दिल्ली में सर्द मौसम को देखते हुए मैंने किसान नेताओं से बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को घर भेजने का अनुरोध किया है.'
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सरकार के साथ सकारात्मक बातचीत के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया कि सरकार के खिलाफ ट्रैक्टर रैली को स्थगित कर दिया गया है. अब अगली बैठक 4 जनवरी को होगी जिसमें एमएसपी को लेकर चर्चा की जाएगी. बातचीत के बाद किसान संगठनों के नेता बेहद खुश नजर आए.
पराली जलाना जुर्म नहीं, बिजली बिल भी वापस...किसानों की ये दो मांगें मान गई सरकार
अखिल भारतीय किसान सभा के पंजाब अध्यक्ष बलकारन सिंह बराड़ ने कहा कि आज की बैठक सकारात्मक रही. सरकार लगातार कहती रही है कि हमें आंदोलन को खत्म कर देना चाहिए और एक समिति बनानी चाहिए. लेकिन हमने उनकी बात नहीं मानी. हम अपना आंदोलन वापस नहीं लेंगे. हम कोई समिति नहीं बनाएंगे. अब हम अगली बैठक में एमएसपी पर चर्चा करेंगे.