
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सिंधु बॉर्डर पर डटे रहने का फैसला लिया है. ये निर्णय शनिवार को हुई किसान नेताओं की बैठक में लिया गया. भारतीय किसान यूनियन, पंजाब के महासचिव हरिन्दर सिंह ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हमने प्रदर्शन जारी रखने का फैसला लिया है. हम कहीं और नहीं जाएंगे. हरिन्दर सिंह ने कहा कि हर रोज सुबह 11 बजे हम आगे की रणनीति तय करेंगे.
हरिन्दर सिंह ने कहा कि सिंधु बॉर्डर पर किसानों की बैठक खत्म हो गई है. हमने प्रदर्शन जारी रखने का फैसला लिया है. हम कहीं और नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा कि हम हर रोज सुबह 11 बजे बैठक करेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे.
बता दें कि हरियाणा के रास्ते दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों को शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश की इजाजत मिल गई थी. उन्होंने बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड में जाने की अनुमति मिली. लेकिन किसान इसके लिए तैयार नहीं हुए. वो वहां जाने से इनकार करने लगे. प्रदर्शनकारी किसान शुक्रवार से ही सिंधु बॉर्डर पर डटे हुए हैं. उन्होंने रात भी सिंधु बॉर्डर पर गुजारी.
किसान यूनियन के पंजाब के अध्यक्ष जगजीत सिंह का कहना है सरकार जब तक हमारी मांगें नहीं मानती, काले कानून वापस नहीं लेती, एमएसपी को लेकर चीजें साफ नहीं करती तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा.
उन्होंने कहा कि सरकार अगर बात करना चाहती है तो हम सरकार से बात करने को तैयार हैं, लेकिन जो डेथ वारंट किसान का लिखा गया है उसको वापस करना पड़ेगा.
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वहीं, पंजाब से आए एक किसान ने कहा कि हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है. हम यहां लंबी लड़ाई के लिए जुटे हैं. एक अन्य किसान ने कहा कि हम पीछे हटने वाले नहीं हैं. हम छह महीने का राशन लेकर आए हैं. हमारा आंदोलन जारी रहेगा.
दिल्ली पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
इस बीच, दिल्ली पुलिस ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है. दिल्ली पुलिस की ओर से बताया गया कि सिंधु बॉर्डर अभी भी दोनों ओर से बंद है. कृपया वैकल्पिक मार्ग चुनें. मुकरबा चौक और जीटीके रोड से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है. ट्रैफिक बहुत ज्यादा है. कृपया सिग्नेचर ब्रिज से रोहिणी और इसके विपरीत, GTK रोड, NH 44 और सिंधु बॉर्डर तक बाहरी रिंग रोड से जानें से बचें.