ट्रैक्टर परेड से पहले किसान संगठनों ने फिर बड़ा ऐलान किया है. किसान एक फरवरी को संसद मार्च करेंगे. इस दिन आम बजट पेश होना है. किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि हमारी लड़ाई मोदी सरकार से है. कल 9 जगह से किसान गणतंत्र परेड निकलेगा, जो भी परेड होगा वो शांतिपूर्ण तरीके से होगा और इससे देश की गणतंत्र की इज्जत बढ़ेगी.
ट्रैक्टर परेड के लिए दिल्ली पुलिस ने 37 शर्तों के साथ NOC दे दी है. तय रूट पर ट्रैक्टर परेड की इजाजत होगी. भड़काऊ भाषण और हथियार की मनाही है. परेड के लिए दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक का समय तय किया गया है.
ट्रैक्टर परेड को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर उच्च स्तरीय बैठक जारी है. इस बैठक में गृह सचिव, दिल्ली पुलिस कमिश्नर, IB चीफ, दोनों गृह राज्य मंत्री शामिल हैं. बता दें कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने संजय गांधी ट्रांसपोर्ट और सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था, जिसकी जानकारी वो बैठक में गृहमंत्री को देंगे.
दिल्ली की संयुक्त पुलिस उपायुक्त मीनू चौधरी ने कहा है कि दिल्ली में बाहर से आने वाले लोग NH-44, जीटी रोड, संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, बादली मेट्रो स्टेशन, बादली बवाना रोड, बवाना चौक पर जाने से बचें.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार किसान और कृषि दोनों के हितों के प्रति प्रतिबद्ध है. PM मोदी के नेतृत्व में विगत 6 वर्षों में किसान की आमदनी बढ़ाने, खेती को नई तकनीक से जुड़ने के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं और प्रयास किए गए हैं. MSP को डेढ़ गुना करने का काम भी PM के नेतृत्व में हुआ.
कृषि मंत्री ने कहा कि किसान को उसके उत्पादन का सही दाम मिल सके, किसान महंगी फसलों की ओर आकर्षित हो सके इसलिए जहां कानून बनाने की आवश्यकता थी वहां कानून बनाए गए और जहां कानून में बदलाव की आवश्यकता थी वहां कानून में बदलाव भी किए गए. इसके पीछे सरकार और प्रधानमंत्री की साफ नीयत हैं.
ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर कुछ रूट डायवर्ट किए गए हैं.
ट्रैक्टर परेड को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव का बयान आया है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग परेड का फायदा उठाना चाहते हैं और गड़बड़ी की फराक में हैं. ऐसे लोगों पर हमारी नजर है. उम्मीद है कि किसान तय रूट पर परेड करेंगे, लेकिन वादा और नियम तोड़े गए तो पुलिस एक्शन लेने से पीछे नहीं हटेगी.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज शाम पांच बजे बड़ी बैठक करेंगे. कल गणतंत्र दिवस है और किसानों की परेड भी निकलनी है. ऐसे में आज शाम दिल्ली पुलिस कमिश्नर, आईबी चीफ, गृह राज्य मंत्री समेत अन्य अधिकारियों के साथ गृह मंत्री की बैठक होगी. इस बैठक से पहले दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात की है.
गणतंत्र दिवस के मौके पर निकलने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली को लेकर पुरिस मुस्तैद है. आज दोपहर करीब दो बजे संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस. श्रीवास्तव पहुंचेंगे, जहां सारी व्यवस्था की पड़ताल करेंगे. ट्रैक्टर मार्च का एक रूट यहां से ही होकर गुजरेगा.
मंगलवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की ट्रैक्टर रैली निकलनी है. इसको लेकर गाजियाबाद पुलिस का कहना है कि दिल्ली पुलिस की ओर से उन्हें अभी किसी फाइनल रूट की जानकारी नहीं दी गई है. यानी अभी ये साफ नहीं है कि ट्रैक्टर रैली अक्षरधाम से होकर गुजरेगी या फिर आनंद विहार की तरफ जाएगी. बता दें कि दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर भी हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टर लेकर तैयार हैं.
गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली के राजीव चौक मेट्रो स्टेशन, साकेत मेट्रो स्टेशन के पास कुछ लोग किसान आंदोलन को लेकर पैम्फलेट बांट रहे थे. ये पर्चे ट्रेन के अंदर भी बांटे जा रहे थे. जिसके बाद सीआईएसएफ ने ऐसा करने वालों को मेट्रो से बाहर निकाला, दिल्ली पुलिस को सूचना दी.
दिल्ली के सिंघु बॉर्डर के पास एक लावारिस बैग मिला है, जिसके बाद यहां हड़कंप मच गया है. बाहरी दिल्ली में नरेला के पास ये बैग मिलने के बाद लोगों ने पुलिस को सूचित किया. पुलिस अब मौके पर पहुंच कर इसकी छानबीन में जुटी है. जहां ये बैग मिला है, उससे कुछ ही दूरी पर किसानों का जमावड़ा है. सूचना मिलने के बाद बम स्क्वायड और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची हैं. जांच के बाद ही बैग को खोला जाएगा.
दिल्ली में जारी किसान आंदोलन अब मुंबई तक पहुंचा है. आज हजारों की संख्या में किसान मुंबई में इकट्ठा हुए हैं, जहां पर मार्च निकाला जाना है. साथ ही आजाद मैदान में एक सभा भी होगी, जिसमें शरद पवार का संबोधन है.
कृषि कानून को लेकर आज जयपुर में ट्रैक्टर रैली निकाली जा रही है. यहां हजारों की संख्या में ट्रैक्टर एक तिरंगा परेड निकालेंगे. जिसके बाद शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम है और फिर यहां से ही ट्रैक्टर दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे. इस ट्रैक्टर रैली के आयोजन को लेकर कांग्रेस पार्टी भी लंबे वक्त से तैयारियों में जुटी थी.
गणतंत्र दिवस से पहले राजधानी दिल्ली और देश के अन्य कई इलाकों में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. इस सबके बीच CISF के कंट्रोल रूम में प्रतिबंधित संगठन की ओर से फोन कॉल किया गया, जिसमें 26 जनवरी को होने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली का जिक्र था.
पूरी खबर पढ़ें: सिख फॉर जस्टिस की फोन पर धमकी- 26 जनवरी को हुई हिंसा तो भारत ही जिम्मेदार
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देश कल अपना गणतंत्र दिवस मनाएगा तो दो झांकियां देखने को मिलेगी. पहली राजपथ पर और दूसरी दिल्ली की सीमाओं पर. किसान संगठनों को अपनी जिद पर अड़े रहने का फायदा मिला और उन्हें दिल्ली पुलिस ने करीब सौ किमी. के रूट पर ट्रैक्टर रैली निकालने की इजाजत दी है. टिकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर से किसान संगठन दिल्ली में एंट्री कर सकेंगे और कुछ किमी. तक अपनी रैली निकाल सकेंगे. हजारों की संख्या में ट्रैक्टर पहले ही दिल्ली की सीमाओं पर जुटे हैं.
दिल्ली की सीमाओं पर लंबे वक्त से किसानों का प्रदर्शन जारी है. अब आज मुंबई में इसकी झलक दिखेगी. अलग-अलग इलाकों से पैदल मार्च कर किसान मुंबई पहुंचे हैं, जहां आजाद मैदान में इनका जमावड़ा होगा. शरद पवार समेत अन्य कई नेता इन किसानों को संबोधित करेंगे. ये किसान दिल्ली में जारी किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं और 26 जनवरी भी यहां ही मनाने का इरादा रखते हैं.