
कृषि कानून के मसले पर किसान संगठनों के धरने को दो महीने होने को हैं. इस बीच सोमवार को एक बड़ी खबर सामने आई है. संयुक्त किसान मोर्चा ने भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के प्रधान गुरनाम सिंह चढ़ूनी को सस्पेंड कर दिया है.
आरोप है कि गुरनाम सिंह चढ़नी लगातार राजनीतिक दलों से मुलाकात कर रहे थे. ऐसे में अब चढ़ूनी को अपना पक्ष संयुक्त किसान मोर्चा की कमेटी के सामने रखना होगा. संयुक्त किसान मोर्चा की सात सदस्यों की कमेटी और सरकार के साथ वार्ता करने वाली कमेटी से अब गुरनाम सिंह चढ़ूनी को हटा दिया गया है. संयुक्त किसान मोर्चा के सूत्रों के मुताबिक, गुरनाम सिंह खुद राजनीतिक पार्टियों से अलग रहने और उन्हें आंदोलन से दूर रखने की बात कहते थे लेकिन उन्होंने खुद ही राजनीतिक पार्टियों से मुलाकात की.
आपको बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा पंजाब के दर्जनों समेत अन्य हिस्सों से शामिल किसान संगठनों का एक समूह है. इसी बैनर के तले किसानों का आंदोलन चल रहा है और सरकार के साथ बातचीत हो रही है. किसानों ने आंदोलन को लेकर पहले ही कहा था कि वो अपने मंच पर किसी राजनीतिक दल को जगह नहीं देंगे. साथ ही कृषि कानूनों की वापसी तक अपना धरना खत्म नहीं करेंगे. गौरतलब है कि सोमवार को ही किसानों की ट्रैक्टर रैली को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है, साथ ही 19 जनवरी को एक बार फिर किसानों और सरकार के बीच फिर एक दौर की वार्ता होनी है.