
पंजाब विधानसभा चुनावों (Punjab Assembly Elections 2022) में बीजेपी, कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए आम आदमी पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की है. आम आदमी पार्टी की जीत के बाद पंजाब में कांग्रेस की हार क्यों हुई इस पर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा (Former PM HD Devegowda) ने बड़ा बयान दिया है.
एचडी देवगौड़ा ने कहा, 'राज्य में कांग्रेस (Congress) की विफलता के कारणों में किसान आंदोलन और कांग्रेस पार्टी की आंतरिक समस्या शामिल है.'
उन्होंने कहा कि पंजाब में कांग्रेस के आंतरिक कलह के कारण ही AAP और दूसरे दलों को अच्छा मौका मिला है. देवगौड़ा ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस की बजाय जनता ने AAP को मौका दिया यह इस बात को दर्शाता है कि वहां के लोग बीजेपी को नहीं चाहते हैं.
सभी को एक साथ लेकर चलने के कारण हाथ लगी नाकामी
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की आंतरिक विवाद को सुलझाने में अक्षमता और सभी को एक साथ लेकर चलने में नाकामी से पंजाब में उसे हार मिली और आम आदमी पार्टी को लाभ हुआ. .
क्षेत्रीय दल देशहित के लिए एकजुट हों
इससे पहले देवगौड़ा ने कहा था कि यह अच्छा होगा अगर कांग्रेस एवं सभी क्षेत्रीय दल देशहित के लिए एकजुट हों. देवगौड़ा ने इस दौरान पीएम मोदी के गुजरात दौरे को रेखांकित किया जहां पर इस साल के अंत में चुनाव होने है. उन्होंने कहा था कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव संपन्न होते ही बीजेपी और पीएम मोदी उन राज्यों पर ध्यान केंद्रीत कर रही हैं जहां साल के अंत में चुनाव होने वाले हैं. कुछ ऐसी ही गुणवत्ता कांग्रेस और पार्टी नेताओं को लाने की जरूरत है.
2023 में किसी के साथ गठबंधन नहीं करेंगेः देवगौड़ा
कर्नाटक में चुनाव पूर्व गठबंधन को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कहा, मैं आपको बताना चाहूंगा कि हम उन गठबंधनों के बारे में बिल्कुल नहीं सोच रहे हैं. हम विपक्ष में बैठेंगे और पार्टी बनाने की कोशिश करेंगे. साल 2023 में होने वाले चुनाव से पहले किसी गठबंधन से इनकार करते हुए देवगौड़ा ने कहा कि उनकी पार्टी दोनों राष्ट्रीय दलों के खिलाफ चुनाव लड़ेगी.