Advertisement

दीप सिद्धू BJP का कार्यकर्ता, ट्रैक्टरों की जिम्मेदारी मेरी- चाहे फांसी चढ़ा दो: राकेश टिकैत

ट्रैक्टर परेड के दौरान हुए जमकर बवाल पर अब भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत का बयान सामने आया है. राकेश टिकैत ने कहा कि मैंने देखा है, कल क्या हुआ इसलिए कहता हूं कि सभी ट्रैक्टरों की जिम्मेदारी मेरी है.

हिंसा पर राकेश टिकैत ने दिया बयान (PTI) हिंसा पर राकेश टिकैत ने दिया बयान (PTI)
कुमार कुणाल
  • नई दिल्ली,
  • 27 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 11:23 AM IST
  • दिल्ली में बवाल को लेकर राकेश टिकैत का बयान
  • सभी ट्रैक्टरों की जिम्मेदारी मेरी: राकेश टिकैत

राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुए जमकर बवाल पर अब भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत का बयान सामने आया है. राकेश टिकैत का कहना है कि सभी ट्रैक्टरों की जिम्मेदारी वो लेते हैं, अगर इसके लिए फांसी चढ़ानी है तो वो तैयार हैं.

राकेश टिकैत ने कहा कि मैंने देखा है, कल क्या हुआ इसलिए कहता हूं कि सभी ट्रैक्टरों की जिम्मेदारी मेरी है. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस द्वारा किसानों को गलत रूट दिया गया, इसी कारण ट्रैक्टर चलाने वाले अपना मार्ग ही भूल गए. 

राकेश टिकैत ने कहा कि जो लोग ट्रैक्टर चला रहे थे, वो अनपढ़ थे ऐसे में उन्हें दिल्ली के रास्तों के बारे में नहीं पता. जिन लोगों ने इस मार्च के दौरान हिंसा की है, उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी. हमारा आंदोलन पहले की तरह चलता रहेगा.

दीप सिद्धू पर निशाना
किसान नेता राकेश टिकैत बोले कि दीप सिद्धू सिख नहीं बल्कि बीजेपी का कार्यकर्ता है. प्रधानमंत्री के साथ उसकी तस्वीर है, ऐसे में वो लालकिले तक कैसे पहुंचा पुलिस को इसका जवाब देना चाहिए. जिन लोगों ने लालकिले पर झंडा लगाया, उन्हें इसके लिए उकसाया गया. बता दें कि आरोप लग रहा है कि दीप सिद्धू ने ही प्रदर्शनकारियों को लाल किले जाने के लिए उकसाया था.

Advertisement

देखें: आजतक LIVE TV

राकेश टिकैत ने कहा कि सभी ट्रैक्टरों की जिम्मेदारी वही लेते हैं, अगर मुझे फांसी भी लगे तो इसके लिए मैं तैयार हूं. किसान नेता ने कहा कि हम अपनी बात मनवाकर ही जाएंगे और अगर आगे बात हुई तो सरकार से चर्चा भी करेंगे. 

‘झंडा फहराने में हमारा रोल नहीं’
ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान करने वाले किसान नेता श्रवण सिंह पंढेर का कहना है कि हमारे लोगों ने शांति से अपनी परेड निकाली है, लालकिले पर झंडा फहराने में हमारा रोल नहीं है. कुछ लोगों के कारण हमारा आंदोलन बदनाम किया जा रहा है. किसान नेता बोले कि हमारे कहने पर अधिकतर लोग वापस आ गए थे, लेकिन कुछ ही लोग लालकिला तक पहुंच गए थे. 

गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान प्रदर्शनकारियों ने तय वक्त से पहले ही ट्रैक्टर मार्च शुरू किया था. दिल्ली के आईटीओ, सिंघु बॉर्डर, नांगलोई समेत कई इलाकों में इस दौरान बैरिकेड तोड़े गए, पुलिस के साथ संघर्ष हुआ और दर्जनों लोग घायल हो गए. दिल्ली पुलिस की ओर से अबतक इस मामले में कई एफआईआर दर्ज की गई हैं. 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement