लाल किले से सभी प्रदर्शनकारियों को बाहर निकाल दिया गया है. लाल किले में भारी फोर्स की तैनाती की गई है. (फोटो-पीटीआई)
आज लाल किले में किसानों और पुलिस के बीच झड़प के बीच एक कोने में बैठे दो पुलिसकर्मियों के साथ किसान दिखाई दिए. दोनों पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों से उन्हें बक्शने का अनुरोध कर रहे हैं. (फोटो-पीटीआई)
किसानों के प्रदर्शन की वजह से गणतंत्र दिवस पर आयोजित परेड में शामिल होने आए बड़ी संख्या में कलाकार फंस गए. दिल्ली पुलिस ने लाल किले के पास फंसे 200 कलाकारों को सुरक्षित निकाला. (फोटो-ANI)
लाल किले पर साढ़े 6 बजे भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी दिखाई दे रहे हैं.
किसानों ने पीरागढ़ी चौक पर लगे बैरिकेट्स को तोड़कर पंजाबी बाग की ओर आगे बढ़ गए.
लाल किले पर बड़ी संख्या में किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए अब अतिरिक्त फोर्स वहां पर भेजी जा रही है. साथ ही वहां पर मौजूद प्रदर्शनकारियों को निकालने के बाद लाल किले के गेट को बंद करने का आदेश दिया गया है. (फोटो-हितेश)
संयुक्त किसान मोर्चा ने आज की हिंसा को लेकर बयान जारी किया. मोर्चा ने हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि हिंसा से आंदोलन को नुकसान पहुंचेगा. सभी घटनाओं की समीक्षा की जाएगी. हम खुद को उपद्रवी तत्वों के अलग करते हैं. साथ की किसान मोर्चा ने किसानों को हिंसा से दूर रहने की अपील की है. प्रदर्शन के दौरान लालकिले में बड़ी संख्या में पहुंचे किसान (फोटो-हितेश कुमार)
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में भी बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. बेंगलुरू में कर्नाटक के अलावा आंध्र प्रदेश से आए किसान भी कार से प्रदर्शन कर रहे हैं. वहां पर बड़ी संख्या में लोग जुटे हुए हैं. (फोटो-मधु)
गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसक प्रदर्शन के दौरान दिल्ली के कई बॉर्डर को आज रात 12 बजे से अस्थायी रूप से इंटरनेट की सेवाएं बंद कर दी गई हैं. सिंघु, गाजीपुर, टिकरी, मुकरबा और नांगलोई बॉर्डर पर गृह मंत्रालय ने इंटरनेट की सेवाएं बंद कर दी गई हैं. इस बीच किसान लाल किले के पास लगे बाैरिकेड को हटाने की कोशिश करते दिखे. (पीटीआई)
दिल्ली में अक्षरधाम के पास पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेड को पार करने की कोशिश करता एक प्रदर्शनकारी. कई निहंग इसी तरह प्रदर्शन में तलवारों के साथ घूमते हुए दिखाई दिए हैं. (फोटो: PTI)
दिल्ली के लालकिले पर मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने निशान साहब का झंडा फहरा दिया. जहां पर प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के दिन संबोधन देते हैं, उसी जगह प्रदर्शनकारियों ने अपना झंडा फहरा दिया. पुलिस की ओर से इन्हें समझाने की कोशिश हुई, लेकिन बात नहीं बनी. (फोटो: PTI)
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शनकारियों की ओर से बवाल करना जारी है. दिल्ली के नांगलोई इलाके में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड को तोड़ दिया. पुलिस की ओर से लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की. (फोटो: PTI)
बड़ी संख्या में सिर्फ युवा प्रदर्शनकारी ही नहीं बल्कि बुजुर्ग किसान भी लालकिले तक पहुंचे हैं. ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर पहुंचे प्रदर्शनकारियों की संख्या हजारों में पहुंच गई है. (फोटो: PTI)
दिल्ली के नांगलोई के पास किसानों को रोकने के लिए जो बैरिकेड लगाए गए थे, उन्हें भी तोड़ दिया गया है. अब किसान इन्हें पार कर हर बॉर्डर से लालकिले पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. (फोटो: PTI)
एक ओर जहां आईटीओ पर अभी भी पुलिस और किसानों के बीच संघर्ष हो रहा है. वहीं दूसरी ओर कुछ किसान लालकिले तक पहुंच गए हैं. किसान यहां लाल किले परिसर के पास ट्रैक्टरों पर घूम रहे हैं. (फोटो: PTI)
दिल्ली पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बॉर्डर पर बड़े-बड़े कंटेनर लगाए थे. गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने ऐसे ही कंटेनर को किनारे किया और दिल्ली की ओर कूच कर दिया. दिल्ली पुलिस की तमाम कोशिशें किसानों को रोकने में नाकाम रहीं. (फोटो: PTI)
तमाम कोशिशों के बावजूद दिल्ली पुलिस किसानों को लालकिले तक ट्रैक्टर लाने में नहीं रोक पाई. कई आंदोलनकारी ट्रैक्टर लेकर लालकिले तक पहुंच गए हैं. (फोटो: PTI)
गाजीपुर बॉर्डर के पास किसान और पुलिस आमने-सामने नजर आए. किसानों की ओर से बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की गई, तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे. पुलिस की ओर से बैरिकेड करने के लिए क्रेन का इस्तेमाल भी किया गया, लेकिन किसान नहीं रुके. (फोटो: PTI)
लाल किले के पास पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बैरिकेड लगाए हुए थे. लेकिन जो किसान सीमा से लेकर यहां तक आ गए, उनके सामने ये बैरिकेड भी नहीं टिके. प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड को तोड़ लालकिले का रुख किया. (फोटो: PTI)
किसानों ने पहले ऐलान किया था कि वो लालकिले तक परेड निकालना चाहते हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी. अब जब दिल्ली में उत्पात की स्थिति बनी है, तो कुछ किसान ट्रैक्टर लेकर लालकिले तक पहुंच गए हैं. (फोटो: PTI)
एक ओर पुलिस किसानों को दिल्ली ना आने के लिए मनाने की कोशिश कर रही है तो दूसरी ओर किसान लगातार दिल्ली में आने की अपील कर रहे थे. दिल्ली के अक्षरधाम के पास जब किसान ट्रैक्टर परेड निकाल रहे थे, तब कुछ ऐसा नजारा दिखा. (फोटो: PTI)
जब किसान दिल्ली की सीमाओं को पार कर अंदर आ गए, तब उनकी ओर से कोशिश की गई कि वो लालकिले की ओर बढ़ें. दिल्ली में अक्षरधाम के पास बैरिकेड को तोड़ अंदर आने की कोशिश करते आंदोलनकारी. (फोटो: PTI)
गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान किया. इस मौके पर हजारों की संख्या में ट्रैक्टर दिल्ली की सड़कों पर दौड़ते हुए नज़र आए. दिल्ली के भलस्वा लैंडस्लाइड के पास का ये नजारा आपको ट्रैक्टर रैली की व्यापकता का अंदाजा बता सकता है. (फोटो: PTI)
किसानों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने काफी कोशिशें की. लेकिन किसानों ने जब बैरिकोड तोड़ आगे बढ़ने का फैसला लिया तो पुलिस की ओर से भी आंसू गैस के गोले दागे गए. मंगलवार सुबह गाजीपुर बॉर्डर के पास ऐसा नजारा दिखा. (फोटो: PTI)
दिल्ली पुलिस ने किसानों को दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक का वक्त दिया था. लेकिन हजारों की संख्या में ट्रैक्टर पहले ही दिल्ली में घुसने की कोशिश करने लगे. यहां ही पुलिसकर्मियों और किसानों के बीच बहस भी देखने को मिली. (फोटो: PTI)
किसानों की ट्रैक्टर रैली में अलग-अलग रंग दिख रहे हैं. कोई अपने संगठनों के झंडे थामे हुए है तो कोई तिरंगा लहरा रहा है. (फोटो: PTI)
किसानों को यूं तो कुल तीन सीमाओं से एंट्री की इजाजत मिली थी, जो 12 बजे के बाद से होनी थी. लेकिन सिंघु बॉर्डर के पास से सैकड़ों की संख्या में किसान वक्त से पहले ही ट्रैक्टर निकालकर रवाना हो गए. (फोटो: PTI)
दिल्ली पुलिस की ओर से शहर के अलग-अलग स्थानों पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई, ताकि किसान दिल्ली में ना आ सके. अक्षरधाम के पास भी कुछ ऐसा ही नजारा दिखा, जब इस पार जवान खड़े थे और उस पार किसान खड़े थे. (फोटो: PTI)
जब हजारों की संख्या में किसान तय समय से पहले ही ट्रैक्टर लेकर दिल्ली की ओर कूच करने की कोशिश करने लगे तो कई मौकों पर दिल्ली पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हो गई. गाजीपुर बॉर्डर का एक नजारा ये भी है. (फोटो: पीटीआई)
दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर जब किसानों ने ट्रैक्टर रैली की शुरुआत की तो उनका स्वागत फूलों के साथ किया गया. जगह-जगह लोग फूल लेकर खड़े हैं और किसानों का स्वागत कर रहे हैं. (फोटो: PTI)
किसानों की ट्रैक्टर रैली में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी शामिल हैं. इन्हीं में अब निहंग सिख भी आए हैं, जो अपनी तलवारों और वेश-भूषा धारण कर दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं. मंगलवार को एक तस्वीर ऐसी भी सामने आई जहां एक ओर पुलिस के हाथ में लाठी थी, तो दूसरी ओर निहंग सिख तलवार के साथ खड़ा था. (फोटो: PTI)
दो महीने से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने जब गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में घुसने का ऐलान किया. तो चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई. गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस सुरक्षा का ऐसा ही एक नज़ारा. (फोटो: PTI)
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली की ओर घुसने की कोशिश कर रहे थे, तब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की. कई जगह पुलिस और किसानों के बीच झड़प हुई और आंसू गैस का इस्तेमाल भी हुआ. (फोटो: PTI)
दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर के पास जब किसानों ने जबरन घुसने की कोशिश की, तब पुलिस की ओर से ट्रैक्टरों पर आंसू गैस के गोले दागे गए ताकि किसानों को रोका जा सके. (फोटो: PTI)
दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर के पास किसानों का आंदोलन जारी है. ट्रैक्टर रैली के दौरान गाजीपुर सीमा के पास ही नारेबाजी करता प्रदर्शनकारी. (फोटो: PTI)