
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों का विरोध प्रदर्शन (Farmers Protest) आज 13वें दिन भी जारी है. कृषि कानून (Farm Laws) के खिलाफ डटे किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करने के लिए आज भारत बंद (Today 08 December Bharat Bandh) बुलाया है. एक तरफ जहां किसानों के भारत बंद के मद्देनजर सड़क और रेल परिचालन की सुरक्षा के लिए प्रशासन मुस्तैद है तो वहीं, सुबह से ही किसानों के भारत बंद असर दिखने लगा है.
देश के कई हिस्सों में भारत बंद समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं तो वहीं ओडिशा, महाराष्ट्र समेत कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने रेल सेवा प्रभावित करने की कोशिश की है. किसान समर्थक प्रदर्शनकारियों के हुजूम ने कई हिस्सों में रेलवे स्टेशनों पर पहुंचकर ट्रेनों को रोक दिया है.
ओडिशा में प्रदर्शनकारी लेफ्ट पार्टियों, ट्रेड यूनियन और किसान यूनियन ने भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों को रोका तो वहीं महाराष्ट्र में स्वाभिमानी शेतकारी संगठन ने 'भारत बंद रेल रोको' विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने मलकापुर के बुलढाणा जिले में ट्रेन को रोक दिया. जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को ट्रेन की पटरियों से हटाने की कोशिश की. इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया गया.
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बता दें कि किसान अपनीं मांगों को लेकर दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हैं. सरकार से 5 दौर की बातचीत भी हो चुकी है लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकला. जिसके बाद किसान यूनियन ने भारत बंद का ऐलान किया तो किसानों के भारत बंद को 24 सियासी दलों का समर्थन मिला. अलग-अलग समय पर कृषि सुधार की वकालत करने वाली राजनीतिक पार्टियां किसानों के साथ इस विरोध में खड़ी हो गई हैं.
यूपी में भी रेल सेवा प्रभावित
भारत बंद को लेकर समाजवादी पार्टी ने प्रयागराज में प्रदर्शन शुरू कर दिया है. सपा कार्यकर्ताओं ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया है. वाराणसी से ग्वालियर जाने वाली बुंदेलखंड एक्सप्रेस के सामने पटरी पर प्रदर्शनकारी लेट गए हैं.
रेलवे यूनियन AIRF,NFIR ने भी किया भारत बंद का समर्थन
रेलवे के दो सबसे बड़े कर्मचारी संगठनों ने प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा नए कृषि कानूनों के विरोध में बुलाए गए भारत बंद' को अपना समर्थन दिया है. ऑल इंडिया रेलवेमेन फेडरेशन (AIRF) और नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन (NFIR) ने अपने सदस्यों को 8 दिसंबर को धरना-प्रदर्शन आयोजित कर प्रदर्शनकारी किसानों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने को कहा है.