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सोनीपत: किसान आंदोलन के शहीदों की याद में मनाया 'प्रार्थना दिवस'

किसान मजदूर संघर्ष समिति, पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि ''आज शहीद रवनीत सिंह के दादा हरदीप सिंह दिबडिबा के निमंत्रण पर TDI मॉल कुंडली में सभी पंथिक संगठनों, धार्मिक संगठनों और किसान संगठनों द्वारा शहीदों की याद में प्रार्थना दिवस आयोजित किया गया

प्रार्थना सभा में इकट्ठे हुए किसान प्रार्थना सभा में इकट्ठे हुए किसान
कमलजीत संधू
  • सोनीपत,
  • 07 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 8:18 PM IST
  • सोनीपत के कुंडली में हुई प्रार्थना सभा
  • शहीद रवनीत सिंह के दादा ने आयोजित की सभा
  • पंथिक, धार्मिक और किसान संगठनों के लोग हुए शामिल

कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए 101 दिन से चल रहा किसान आंदोलन पूरे उत्साह के साथ जारी है. किसान मोर्चा के शहीद रवनीत सिंह और मोर्चा के अन्य शहीदों के लिए सोनीपत जिले के कुंडली में प्रार्थना दिवस आयोजित किया गया. शहीद रवनीत सिंह के दादा हरदीप सिंह डिबडिबा के निमंत्रण पर लगभग सभी दलों ने इस प्रार्थना समाज में भाग लिया.

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इस दौरान किसान मजदूर संघर्ष समिति, पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू और महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा, ''आज रणवीर सिंह के दादा हरदीप सिंह दिबडिबा के निमंत्रण पर TDI मॉल कुंडली में सभी पंथिक संगठनों, धार्मिक संगठनों और किसान संगठनों द्वारा शहीदों की याद में प्रार्थना दिवस आयोजित किया गया, जिसमें सर्वन सिंह पंधेर, किसान मजदूर संघर्ष समिति, पंजाब के महासचिव और अन्य किसान संगठनों के अधिकांश नेता शामिल थे.''

इस कार्यक्रम में स्टूडेंट्स फॉर सोसाइटी (SFS) और अन्य युवा दलों ने भी भाग लिया. रवनीत सिंह के दादा ने सभी संगठनों को एकजुट होने और मोर्चा जीतने का संदेश दिया. सभी किसानों, युवाओं, पंथिक दलों ने भी अपने सभी मतभेदों को दूर करके बड़े हितों को ध्यान में रखते हुए, इस मोर्चे को जीतने का संकल्प लिया. उन्होंने शहीदों के अधूरे कारोबार को पूरा करने की भी कसम खाई और मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना की.

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किसान नेताओं ने जेल में बंद किसानों की रिहाई और पंजाब और देश के किसानों के हित में आंदोलन तेज करने का आह्वान किया. किसान मजदूर संघर्ष समिति के मंच से जिलाध्यक्ष लखविंदर सिंह वरियामंगल और अन्य नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार किसान विरोधी बयान दे रही है. नेताओं ने मांग की कि केंद्र कृषि अधिनियम को निरस्त करने की वार्ता शुरू करे. लोकतंत्र का सम्मान करते हुए लोगों का सम्मान करे.

 

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