दिल्ली-नोएडा चिल्ला बॉर्डर को खोल दिया गया है. सभी बैरिकेडिंग हटा दी गई है. चिल्ला बॉर्डर 12 दिनों से बंद था. किसानों ने आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की थी. सहमति बनने के बाद बॉर्डर को खोला गया है.धरने पर बैठे किसानों ने राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. रक्षा मंत्री के आवास पर 5 सदस्यीय टीम ने मुलाकात की थी. बैठक में कृषि मंत्री भी मौजूद थे. रक्षा मंत्री के सामने 18 सूत्रीय मांगों को रखा गया था. मुख्य मांग किसान गठन आयोग की रही. मांगों में MSP का जिक्र नहीं है.
पंजाब से लगातार हरियाणा में हो रहे किसानों के मूवमेंट को देखते हुए हरियाणा सरकार ने चार बड़े आईपीएस अफसरों की तैनाती फील्ड में की है. ये आईपीएस ऑफिसर अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी संभालेंगे. आलोक कुमार को फरीदाबाद, पलवल और नूंह में तैनात किया गया है. ए एस चावला को सिरसा, फतेहाबाद, हिसार और जींद में तैनात किया गया है. नवदीप सिंह विर्क को अंबाला, कुरुक्षेत्र और कैथल में तैनात किया गया है. वहीं कलारामचंद्रन को यमुनानगर, करनाल और हांसी में तैनात किया गया है.
किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिकाओं पर 16 दिसंबर को सुनवाई होगी. CJI एस ए बोबडे, जस्टिस ए एस बोपन्ना और जस्टिस वी रामसुब्रमण्यम की बेंच सुनवाई करेगी. सुप्रीम कोर्ट में अब तक तीन याचिकाएं दाखिल की गई हैं.
किसान नेता गुरनाम सिंह चारुणी ने कहा कि पंजाब से आने वाले किसानों को रोका जा रहा है. हम सरकार से किसानों को दिल्ली पहुंचने की अनुमति देने की अपील करते हैं. अगर सरकार 19 दिसंबर से पहले हमारी मांगों को नहीं मानती है, तो हम उसी दिन गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस से उपवास शुरू करेंगे.
किसान नेताओं ने कहा कि हमने आंदोलन को और तेज करने का फैसला लिया है. यूनियन के नेता 14 दिसंबर को भूख हड़ताल पर बैठेंगे. अगर सरकार बातचीत करना चाहती है तो हम तैयार हैं.
किसान नेता कमलप्रीत पन्नू ने कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले. संशोधन मंजूर नहीं है. हम सरकार से बातचीत से इनकार नहीं करते हैं. हम आंदोलन को और तेज करेंगे. सरकार चाहती है कि इसे लटका दिया जाए, लेकिन हमारे गांव से लोग चल पड़े हैं. लोग आ न सके इसके लिए बैरिकेड लगाए गए, वो भी तोड़ दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अभी हमारा धरना दिल्ली के 4 प्वाइंट पर चल रहा है. कल राजस्थान बॉर्डर से हजारों किसान ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे और दिल्ली-जयपुर हाइवे बंद करेंगे. 14 दिसंबर को सारे देश के डीसी ऑफिस में प्रोटेस्ट करेंगे. हमारे प्रतिनिधि 14 दिसंबर को सुबह 8 से 5 बजे तक अनशन पर बैठेंगे.
रेल मंत्री पीयूष गोयल से मिलने के बाद हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि केंद्र सरकार समाधान निकालने की कोशिश कर रही है. आपसी सहमति से हल निकलेगा. उन्होंने कहा कि जल्द 7वें दौर की बातचीत होगी. 48 घंटे में समाधान निकलने की उम्मीद है. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हल बातचीत से ही निकलेगा.
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने किसानों के आंदोलन को बदनाम करने के लगातार कदमों की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि असल में सरकार किसानों की मुक्त समस्या तीन खेती के कानून और बिजली बिल 2020 की वापसी को हल नहीं करना चाहती. अपने जिद्दी रवैये को छिपाने के लिए वह इस तरह के कदम उठा रही है. पहले केन्द्र सरकार ने दावा किया कि किसानों का यह आंदोलन राजनीतिक दलों द्वारा प्रोत्साहित है. फिर उसने कहा कि यह विदेशी ताकतों द्वारा प्रोत्साहित है, इसके बाद उसने कहा कि यह पंजाब का आंदोलन है, जिसमें खालिस्तान पक्षधर ताकतें भाग ले रही हैं. इसके बाद कहा कि किसान संगठन वार्ता से बच रहे हैं जबकि हमने सभी वार्ताओं में भाग लिया, किसी वार्ता में जाने से मना नहीं किया और विस्तार से सरकार को अपना पक्ष समझाया और कहा कि वह साफ करे कि वह कानून वापस लेगी या नहीं. सच यह है कि सरकार के पास किसानों से बात करने के लिए कुछ है ही नहीं.
भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति से जुड़े लोग नोएडा में सांसद डॉ महेश शर्मा के कैलाश हॉस्पिटल का घेराव करने के लिए पहुंचे हैं. कई लोग सिर मुंडवाकर पहुंचे. कैलाश हॉस्पिटल नोएडा के सेक्टर 27 में स्थित है. किसानों के आंदोलन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. किसानों ने सांसद डॉ महेश शर्मा को ज्ञापन सौंपा है.
हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला अब रेल मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात कर रहे हैं. इससे पहले उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच किसान आंदोलन पर चर्चा हुई है.
सिघु बॉर्डर पर आज प्रदर्शनकारी किसानों की मीटिंग हो रही है. इस मीटिंग में आगे की रणनीति पर चर्चा होगी. बता दें कि 14 दिसंबर को किसानों ने जिला कलेक्टरों के ऑफिस पर धरने का ऐलान किया है. आज की मीटिंग में 14 दिसंबर के धरना प्रदर्शन को लेकर रणनीति बनाई जा रही है. आज की मीटिंग के बाद किसान देर शाम तक अपने फैसलों की जानकारी देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर सकते हैं.
दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है. शनिवार के किसान प्रदर्शन की समीक्षा और आंदोलन के भविष्य को लेकर सिंधु बॉर्डर पर एक बैठक बुलाया गया है. किसानों ने 14 दिसंबर को जिला कलेक्टर ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन की योजना बनाई है. इन तमाम मुद्दों को लेकर शाम की बैठक में बातचीत की जाएगी.
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने किसान आंदोलन के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ से मुलाकात की है. किसानों की बढ़ती नाराजगी और सरकार के साथ समझौता न होने के चलते हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार को समर्थन करने वाली जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं. जेजेपी ने किसान मुद्दे पर अब बीजेपी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है. दुष्यंत चौटाला ने हाल ही में किसान मुद्दे पर अपने पार्टी विधायकों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में पार्टी विधायकों से किसान आंदोलन का उनके क्षेत्र में असर, राज्यों को लोगों के रुख आदि के बारे में फीडबैक लिया गया.
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी गुरविंदर सिंह शनिवार को दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पहुंचेंगे. यहां पर पिछले 16 दिनों से किसानों का आंदोलन चल रहा है. ये सभी किसान केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं. गुरविंदर सिंह यहां पहुंचकर किसानों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करेंगे.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का कहना है कि अगर बैन किए गए संस्थानों के लोग हमारे इर्द-गिर्द दिखाई दे रहे हैं तो सेंट्रल इंटेलिजेंस को उन्हें पकड़कर जेल भेजना चाहिए. हमें अपने आंदोलनकर्ताओं के बीच ऐसा कोई शख्स दिखाई नहीं दे रहा है. अगर हमें ऐसा कोई मिला तो हम उन्हें बाहर निकाल देंगे. दरअसल खुफिया सूत्रों के अनुसार किसान आंदोलन से जुड़ी एक रिपोर्ट सरकार को भेजी गई है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि अल्ट्रा-लेफ्ट नेताओं और प्रो-लेफ्ट विंग के चरमपंथी तत्वों ने किसानों के आंदोलन को हाईजैक कर लिया है. जानकारी के मुताबिक इस बात के विश्वसनीय खुफिया इनपुट हैं कि ये तत्व किसानों को हिंसा, आगजनी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए उकसाने की योजना बना रहे हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कृषि आंदोलन का विरोध करते हुए कहा कि मोदी जी, लोकतंत्र में निरंकुशता का कोई स्थान नहीं है. आप और आपके मंत्रियों की नीति हर विरोधी को माओवादी और देशद्रोही घोषित करने की है. भीषण ठंड और बरसात में जायज मांगों के लिए धरने पर बैठे अन्नदाताओं से माफ़ी मांगिए और उनकी मांगें तत्काल पूरी करिए.
हरियाणा के किसान भी अब दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं. कुरुक्षेत्र जिले में किसान ट्रैक्टरों में बैठकर दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं. सड़क पर ट्रैक्टरों की लंबी कतार दिखाई दे रही है. जिसमें इलाके के किसान सवार होकर दिल्ली के लिए कूच कर रहे हैं. ये सभी दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन देने के लिए निकले हैं.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि कृषि कानूनों को हटाने के लिए हमारे किसान भाइयों को और कितनी आहुति देनी होगी?
हरियाणा में किसानों ने शुक्रवार रात को बस्तारा टोल प्लाजा बंद कर दिया था. ये सभी किसान केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. वहीं अंबाला में शंभू टोल प्लाजा को किसानों ने बंद कर दिया है. जिसके बाद इसे टोल फ्री कर दिया गया है.
यूपी के सभी टोल प्लाजा पर सुरक्षा और सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं. प्रदेश के सभी 130 टोल प्लाजा पर पुलिस और पीएसी की तैनाती की गई है. किसान आंदोलन को देखते हुए डीजीपी मुख्यालय ने निर्देश जारी किए हैं. सभी जिला कप्तानों को टोल प्लाजा की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं. फायर ब्रिगेड, यूपी 112, खुफिया सभी को अलर्ट पर रहने के निर्देश हैं. बता दें, किसानों ने शनिवार को टोल प्लाजा ब्लॉक करने का ऐलान किया है.
हरियाणा में आंदोलित किसानों ने टोल प्लाजा बंद करने की धमकी दी है. जिसे देखते हुए सभी पांच टोल प्लाजा पर 3500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. ये सभी दंगा-रोधी उपकरण के साथ वहां तैनात किए गए हैं.
किसानों के टोल प्लाजा को घेरने के आह्वान पर फरीदाबाद पुलिस अलर्ट है. आंदोलन की आड़ में कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी. प्रदर्शन के दौरान लोगों पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी. इस दौरान करीब 3,500 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. फरीदाबाद जिले के हर टोल प्लाजा पर एक-एक सहायक पुलिस आयुक्त और संबंधित थाना के पुलिस बल के अलावा रिजर्व पुलिस बल की तैनाती की गई है.
टीम इंडिया को दो बार वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले क्रिकेटर युवराज सिंह का शनिवार को जन्मदिन है, लेकिन इस बार उन्होंने अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला लिया है. इसकी वजह है किसानों का आंदोलन. उन्होंने सोशल मीडिया पर इस बात की घोषणा करते हुए लिखा कि इस साल मैं अपना जन्मदिन मनाने के बजाए, हमारे किसानों और सरकार के बीच चल रही बातचीत में जल्द समाधान के लिए प्रार्थना कर रहा हूं. हमारे किसान हमारे राष्ट्र की जीवन रेखा हैं. मेरा मानना है कि ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसे शांतिपूर्ण बातचीत से हल नहीं किया जा सकता है.
एक तरफ किसानों की चेतावनी है तो दूसरी तरफ कानून वापस ना लेने की सरकार की धमक. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि 12 दिसंबर को किसान दिल्ली-जयपुर हाइवे को ब्लॉक करेंगे. इस दौरान किसान जिला कलेक्टर, बीजेपी नेताओं के घरों के सामने प्रदर्शन करेंगे तो टोल प्लाज भी जाम करेंगे.