
गाजियाबाद-मेरठ हाईवे को लेकर मेरठ के किसान उग्र हो गए हैं और कोरोना संकट के बीच लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को बड़ी संख्या में किसान गाजियाबाद पहुंचे. किसानों का यह भी दावा है कि वे प्रदर्शन करने के लिए मेरठ से पैदल गाजियाबाद पहुंचे हैं.
प्रदर्शनकारी किसानों की मांग है कि सभी को एक समान मुआवजा दिया जाए और जिन किसानों की जमीन हाइवे के दोनों तरफ है उनको निकलने का रास्ता भी दिया जाए. सभी किसान अपने प्रदर्शन के दौरान गाजियाबाद की गोविंदपुरम अनाज मंडी में रहे.
जिला प्रशासन द्वारा भेजे गए 5 अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने किसानों से मुलाकात की. किसानों से अधिकारियों ने किसानों से कुछ समय मांगा. अधिकारियों की मांग पर किसान बातचीत के लिए राजी हो गए.
किसान इस बात पर भी सलाह-मशविरा कर रहे हैं कि अधिकारियों को समय देना है या नहीं, या फिर जब तक हमारी बात नहीं मानी जाती तब तक इस हाइवे का काम को रोका जाए. इसको लेकर किसानों द्वारा रणनीति बनाई जा रही है.
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष बलराज भाटी ने कहा कि आसपास के सभी किसानों ने भी उनका समर्थन किया है. इस आंदोलन में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं जो कि मेरठ से पैदल गाजियाबाद तक आए हैं.