
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान सड़क पर आंदोलन कर रहे हैं. प्रोटेस्ट स्थल पर बिजली कनेक्शन काट दिए गए, पानी की आपूर्ति बंद हो गई, जिसे लेकर खूब हो-हल्ला भी हुआ. आंदोलनकारियों के बिजली कनेक्शन काटने के आरोप पर ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने आजतक से बात करते हुए सवालों के बेबाकी से जवाब दिए. ऊर्जा मंत्री ने आंदोलनकारियों की बिजली काटने के सवाल पर कहा कि कनेक्शन कब लिया.
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि कनेक्शन कैसे लिया? टेंपरेरी था या परमानेंट, इसकी डिटेल दे दें. हम कार्रवाई करेंगे. ऊर्जा मंत्री ने साथ ही कहा कि अगर कनेक्शन नहीं लिया है तो फिर वो खुद सोचें कि उन्होंने बिजली का उपभोग कैसे किया? कृषि कानून से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी ये तो बता दें कि तीनों कानूनों मे गड़बड़ कहां है? अगर वाकई गड़बड़ है तो सिर्फ दो-ढाई राज्यों से ही कथित आंदोलनकारी क्यों आ रहे हैं?
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि आंदोलन कर रहे लोगों में ज्यादातर आढ़तिए-बिचौलिए हैं. देश के अधिकतर किसान ये मान रहे हैं कि यह कानून बहुत उपयोगी हैं. उन्होंने बजट में ऊर्जा क्षेत्र के लिए आवंटित बजट को लेकर भी अपनी राय रखी. ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि 2003 के बाद यह ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा सुधार है. सभी कंपनियों को सस्ती बिजली देने के लिए बाध्य होना पड़ेगा. चोरी, लोड शेडिंग और बिलिंग से संबंधित समस्याएं कम हो जाएंगी.
आरके सिंह ने कहा कि पहली बार रेवेन्यू जेनरेशन से लेकर सेवा में सुधार तक, पहली बार केंद्र राज्यों को कुछ कंडीशन में वित्तीय सहायता दे रहा है. हालिया साल में कई राज्यों ने विद्युत वितरण और रेवेन्यू जेनरेशन में जबरदस्त सुधार किया है. बता दें कि किसानों के धरना स्थल की बिजली काट दी गई थी. इसे लेकर खूब हो-हल्ला मचा था.