
नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के मुखिया और लोकसभा सांसद फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को केंद्र सरकार पर हमला बोला. लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान फारूक अब्दुल्ला ने मंत्री स्मृति इरानी को घेरा. मामला जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 से जुड़ा था.
दरअसल, स्मृति इरानी ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने से पहले तक वहां नाबालिग लड़कियों की शादी पर कोई रोक नहीं थी.
इसपर जवाब देते हुए सांसद फारूक अब्दुल्ला ने लोकसभा में कश्मीरी पंडितों का जिक्र किया. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र की मंत्री ने कहा कि जब से उनकी सरकार आई है जम्मू कश्मीर में बाल विवाह रुक गए हैं. लेकिन वह पूरी तरह गलत हैं. महाराजा हरि सिंह ने 1928 में एक एक्ट बनाया था जिसके तहत वहां बाल विवाहों पर पूरी तरह रोक लगी थी.
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इसके बाद फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीरी पंडितों का जिक्र किया. वह बोले, 'कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार इतिहास का काला अध्याय है. जब कबायली हमलावरों ने 1947 में हमला किया तो महाराजा हरि सिंह की सेना छोटी थी. हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई ने कहा कि हम मिलकर लड़ेंगे. तब कोई हथियार नहीं थे लेकिन जज्बा था. पटियाला रेजिमेंट ने सबसे पहले आकर हमारी मदद की थी.'
'हमें भारत में रहने पर गर्व, लेकिन...'
फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा कि हमें भारत में रहने पर गर्व है, लेकिन इस देश का भी कुछ कर्तव्य है. सिर्फ हिंदुओं के लिए नहीं. मुस्लिम, सिख, ईसाई सबके लिए. पीएम मोदी सिर्फ एक रंग का प्रतिनिधित्व नहीं करते. सबका करते हैं. हमने कश्मीरी पंडितों को वापस लाने की कोशिश की. लेकिन तब उनपर हो रहे हमलों की वजह से योजना को रोका गया. आप बताएं कि केंद्र सरकार अबतक कितने कश्मीरी पंडितों को वापस कश्मीर में बसाने में सफल हुई. एक भी नहीं. हम कश्मीरी पंडितों के लिए हमेशा खड़े रहे.'
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने आगे कहा कि ऐसा ना कहें कि हम भारत का हिस्सा नहीं हैं. या कि हम पाकिस्तानी हैं. हमने इस मुल्क में रहने के लिए बहुत बलिदान दिए हैं.'
'दम है तो पाकिस्तान से युद्ध कर लीजिए...'
फारूक ने आगे कहा कि कश्मीर को प्यार चाहिए. वहां शांति अभी नहीं आई है. तब ही आप (केंद्र) जी20 के डेलिगेशन को गुलमर्ग नहीं लेकर गए. दोस्त बदले जा सकते हैं, पड़ोसी नहीं. दोस्त के साथ प्यार से रहेंगे तो दोनों तरक्की करेंगे. अगर आप (केंद्र सरकार) में दम है तो पाकिस्तान से युद्ध कर लीजिए. हम तो रोक नहीं रहे. लेकिन हमपर शक करना बंद कीजिए, क्योंकि हम इस वतन के साथ खड़े थे, खड़े हैं और खड़े रहेंगे.'
सांसद ने आगे कहा कि इसी तरह मणिपुर में भी मोहब्बत से काम करना होगा. प्यार से ही मसले सुलझेंगे. इसपर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पलटवार भी किया. वह बोले कि हिंदुस्तान की इतनी बड़ी ताकत है, कोई पड़ोसी हमसे लड़ने की हिम्मत नहीं कर सकता. आज पूरे हिंदुस्तान की जनता को पीएम मोदी और देश पर गर्व है.