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पीएम मोदी से 'सीक्रेट मीटिंग' के आरोपों पर फारूक अब्दुल्ला का जवाब, गुलाम नबी आजाद पर किया पलटवार

फारूक अब्दुल्ला ने गुलाम नबी आजाद के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब मैं उनके (आजाद) के ऐसे बयान सुनता हूं तो मुझे हैरानी होती है. अगर मुझे प्रधानमंत्री मोदी या अमित शाह से मिलना है तो मैं दिन में मिलूंगा, रात में क्यों मिलूंगा? उन्हें यह दिन याद रखना चाहिए कि जब कोई नहीं चाहता कि उन्हें राज्यसभा की सीट मिले तब वह मैं ही था जिसने उन्हें राज्यसभा की सीट दी. 

फारूक अब्दुल्ला और गुलाम नबी आजाद फारूक अब्दुल्ला और गुलाम नबी आजाद
सुनील जी भट्ट
  • नई दिल्ली,
  • 19 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 4:49 PM IST

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को लेकर सनसनीखेज बयान दिया था. उन्होंने आजतक से विशेष बातचीत में कहा था कि अब्दुल्ला आजकल छिप-छिपकर रात में पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ सीक्रेट मीटिंग कर रहे हैं. अब फारूक ने आजाद के इन आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है.

फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आजाद साहब मैंने कभी आपके खिलाफ बयान नहीं दिया है. आप कभी नेशनल कॉन्फ्रेंस को गिरा नहीं पाएंगे. 

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उन्होंने कहा कि जब मैं उनके (आजाद) के ऐसे बयान सुनता हूं तो मुझे हैरानी होती है. अगर मुझे प्रधानमंत्री मोदी या अमित शाह से मिलना है तो मैं दिन में मिलूंगा, रात में क्यों मिलूंगा? उन्हें यह दिन याद रखना चाहिए कि जब कोई नहीं चाहता कि उन्हें राज्यसभा की सीट मिले तब वह मैं ही था जिसने उन्हें राज्यसभा की सीट दी. लेकिन आज वो ये सब कह रहे हैं. उन्हें अपने एजेंट्स के नाम बताने चाहिए, जो पीएम और अमित शाह के आवास पर बैठे थे, जब मैं उनसे मिलने गया. उन्हें लोगों को बताना चाहिए ताकि वे भी सच्चाई जान सकें.

गुलाम नबी आजाद ने क्या कहा था?

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद ने कहा था कि फारूक अब्दुल्ला इन दिनों छिप-छिपकर रात में भी पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ गुप्त बैठकें कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि वह दिन के समय में प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात नहीं करते हैं. 

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इतना ही नहीं गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि दिल्ली में ऐसी चर्चाएं थी कि अनुच्छेद 370 को हटाने के मुद्दे पर अब्दुल्ला लोगों से बात की गई थी. ये अब्दुल्ला लोग ही थे जिन्होंने प्रधानमंत्री को घाटी के नेताओं को घर में नजरबंद करने का सुझाव दिया था.

अब्दुल्ला परिवार पर साधा था निशाना

गुलाम नबी आजादी ने अब्दुल्ला परिवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि मैं अब्दुल्ला की तरह धोखाधड़ी नहीं करता. मैं अपने हिंदू भाईयों को मूर्ख बनाने के लिए मंदिरों में नहीं जाता और मैं कट्टरपंथी इस्लामवादियों को खुश करने के लिए अपने देश का दुरुपयोग नहीं करता. अब्दुल्ला लोग हिंदुओं को मूर्ख बनाने के लिए मंदिरों में जाते हैं. मैं अपने धर्म का पालन करता हूं और अन्य आस्थाओं का सम्मान करता हूं. मैं सबसे अधिक धर्मनिरपेक्ष नेता हूं.'  गुलाम नबी आजाद ने कहा कि फारूक और उमर सरकार और विपक्ष दोनों को खुश कर रहे हैं. फारूक 2014 में बीजेपी के साथ गठबंधन करना चाहते थे और यह बात अब्दुल्ला ने श्रीनगर में एक बात कही थी.

नेशनल कॉन्फ्रेंस ने की थी बीजेपी के साथ गठबंधन बनाने की कोशिश

उमर अब्दुल्ला के पूर्व राजनीतिक सलाहकार देवेंद्र सिंह राणा के इस दावे पर कि 2014 में विधानसभा चुनावों के बाद नेशनल कांफ्रेंस ने बीजेपी के साथ गठबंधन का प्रस्ताव भेजा था, इस पर गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि उनका दावा बिल्कुल सही है. उन्होंने कहा, 'मुझे पता है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के साथ सरकार बनाने की बेताब कोशिश कर रही थी. मैंने सदन के पटल पर प्रधानमंत्री से कहा था कि वे जम्मू-कश्मीर में किसी भी राजनीतिक साहसिक कार्य में शामिल न हों. नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी दोनों भाजपा के साथ सरकार बनाने की कोशिश कर रहे थे.

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