
मणिपुर के व्यापारियों ने कुकी समुदाय से संबंधित मंच आईटीएलएफ के आदिवासी नेताओं के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज करवाई है. कुकी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले संगठन ने आरोप लगाया था कि व्यापारी मणिपुर के नए खुले कोहंगसांग रेलवे स्टेशन का उपयोग हथियारों और गोला-बारूद की ढुलाई के लिए कर रहे हैं.
आईटीएलएफ नेता के खिलाफ एफआईआर
शांता सिंह, जो कोहंगसांग रेलवे स्टेशन पर रेलवे के माध्यम समान प्राप्त करते हैं, के नेतृत्व में व्यापारियों के एक समूह ने आईटीएलएफ नेता गिन्ज़ा वुअलज़ोंग के खिलाफ केस दर्ज करवाया है, जो चुराचांदपुर में कुकी जनजाति समूह के मीडिया और प्रचार नेता हैं. आईटीएलएफ नेता के खिलाफ पश्चिमी इम्फाल में आईपीसी की धारा 153ए, 505 और 500 के तहत जीरो एफआईआर दर्ज की गई है और मामले को आगे की जांच के लिए खोंगसांग पुलिस स्टेशन भेज दिया गया है.
बढ़ सकता है तनाव!
एफआईआर में फर्जी अफवाहों से नफरत पैदा कर जमीनी स्तर पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है. व्यापारी नेता शांता का कहना है कि हमें केवल रेल मार्ग से ही माल की आपूर्ति होती है क्योंकि संकट में यही संभव है. इसे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हस्तक्षेप के बाद खोला गया था लेकिन आईटीएलएफ द्वारा दिए गए बयान से समूहों के बीच तनाव या दरार बढ़ सकती है.
मणिपुर के व्यापारी भी आईटीएलएफ के खिलाफ उसके बयान को लेकर मानहानि का मुकदमा दायर करने की योजना बना रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि रेलवे से आने वाले सामानों का विवरण हर वैगन पर होता है और यह हाई सिक्योरिटी कवर के साथ किया जाता है. इसके अलावा सामान हर किसी के लिए होता है, लेकिन हथियार और गोला-बारूद ले जाने का आरोप लगाने से समुदाय के बीच तनाव बढ़ सकता है, इसलिए हम उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर रहे हैं.