
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट संसद में पेश किया. वित्त मंत्री सदन में भाषण दे रही थीं, तभी एक लाइन पर उनकी जुबान फिसल गई और सदन ठहाकों से गूंज उठा. अपने भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पुराने वाहनों की नीति को लेकर संसद को बता रही थीं. इसी दौरान उन्हें 'रिप्लेसिंग द ओल्ड व्हीकल' (पुराने वाहनों को हटाना) बोलना था लेकिन उन्होंने गलती से 'रिप्लेसिंग द ओल्ड पॉलिटिकल' यानी (पुरानी राजनीति को हटाना) बोल दिया.
इस दौरान कुछ विपक्षी नेता तो नारेबाजी भी करने लगे. हालांकि निर्मला सीतारमण ने बिना देर किए अपनी गलती तुरंत स्वीकारी और सॉरी बोलते हुए अपने भाषण को जारी रखा. उन्होंने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाले पुराने वाहनों को बदलकर नए वाहन लाना अर्थव्यवस्था को हरित बनाने के लिहाज से काफी अहम है.
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इसी बीच जब संसद में उनके बयान की वजह से हंसी का माहौल हो गया तो वो मुस्कराते हुए बोलीं कि मुझे पता है. फिर उन्होंने राजनीतिक के स्थान पर 'प्रदूषणकारी' शब्द इस्तेमाल किया. इसके बाद पर्यावरण संरक्षण नीति के हिस्से के रूप में पुराने वाहनों को बदलने के बारे में बोलती रहीं. उन्होंने कहा कि पुराने प्रदूषणकारी वाहनों को बदलना हमारी अर्थव्यवस्था को हरा-भरा करने का एक जरूरी हिस्सा है.
क्या था पूरा बयान?
निर्मला सीतारमण ने कहा कि ओल्ड पॉलिटिकल व्हीकल हटाए जाएंगे… फिर बोलीं- सॉरी…सॉरी, ओल्ड पॉल्यूटेड व्हीकल्स हटाए जाएंगे. जैसे ही उन्होंने बोला संसद में ठहाके लगने लगे.
पुराने वाहनों को बदलने के लिए फंड आवंटित
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में कहा कि केंद्र सरकार के विभागों में तैनात पुराने वाहनों को कबाड़ में बदलने के लिए समुचित कोष आवंटित किया गया है. इसके साथ ही राज्य सरकारों को भी पुराने वाहन और एंबुलेंस बदलने में केंद्रीय समर्थन दिया जाएगा. वित्त मंत्री ने संसद में 2023-24 के बजट को पेश करते समय यह घोषणा की.