Advertisement

मणिपुर में फ्री मूवमेंट का पहला दिन, कुकी बहुल इलाके में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों में झड़प

मणिपुर में करीब दो साल से संघर्ष देखने को मिल रहा है. हिंसा में 250 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं. शनिवार को मैतेई और कुकी बहुल इलाकों में लोगों का फ्री मूवमेंट शुरू हुआ. पिछले सप्ताह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे लेकर विशेष निर्देश दिए थे.

मणिपुर में आज फ्री मूवमेंट शुरू हुआ. मणिपुर में आज फ्री मूवमेंट शुरू हुआ.
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • इम्फाल,
  • 08 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 2:33 PM IST

मणिपुर में फ्री मूवमेंट के पहले दिन हिंसा भड़कने की खबर सामने आई है. यह तनाव तब बढ़ गया, जब इम्फाल से सेनापति जा रहे वाहनों के काफिले को कुकी बहुल इलाके में रोक दिया गया. सुरक्षा बलों ने हस्तक्षेप किया और हल्का बल प्रयोग किया. प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया गया और आंसू गैस के गोले दागे. जिसके बाद नागरिकों की आवाजाही के लिए रूट साफ हो सका. आजतक ने ग्राउंड जीरो से हालात का जायजा लिया.

Advertisement

मणिपुर में करीब दो साल से संघर्ष देखने को मिल रहा है. हिंसा में 250 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं. शनिवार को मैतेई और कुकी बहुल इलाकों में लोगों का फ्री मूवमेंट शुरू हुआ. पिछले सप्ताह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे लेकर विशेष निर्देश दिए थे. आज दो रूट से आवागमन शुरू हुआ. 

चुराचांदपुर में बरकरार रहेगा बफर जोन

पहला, इम्फाल से सेनापति होते हुए कांगपोकपी जिले और दूसरा, इम्फाल से चुराचांदपुर होते हुए बिष्णुपुर समेत प्रमुख मार्गों पर फिर बस सेवाएं से शुरू की गईं. हालांकि, मणिपुर के चुराचांदपुर में अभी भी बफर जोन बरकरार रहेगा. लेकिन सुरक्षा बलों ने फ्री मूवमेंट कर दिया है. ऐसे में कुकी और मैतेई इलाके में लोग आ-जा सकेंगे. चुराचांदपुर की तरफ सुरक्षा बलों काफिला शांतिपूर्वक पहुंचा, लेकिन इंफाल से कांगपोकपी से सेनापति वाले रास्ते में सुरक्षा बलों के काफिले को रोका गया.

Advertisement

कुकी बहुल इलाके में रोके गए वाहन

दरअसल, केंद्र सरकार के निर्देश पर इंफाल से सेनापति के लिए आम लोगों को सुविधा यानि लाने और ले जाने के लिए काफिला भेजा गया था, जिसको कुकी वाले इलाके में रोका गया. सुरक्षा बलों ने काफिले को आगे बढ़ाने के लिए हल्का सा बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े.

लोगों में भरोसा पैदा करने के लिए बड़ा कदम

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों मणिपुर के इंफाल से फ्री मूवमेंट का निर्देश दिया था. शनिवार को सुरक्षा बलों ने उसका पालन करना शुरू कर दिया है. ट्रक में सामान भरकर चुराचांदपुर की तरफ भेजा गया. यहां से विष्णुपुर होकर पहली बार सामान भेजा गया है. उसके बाद कुछ लोग भी यहां से जाएंगे. अब तक वेली इलाके से पहाड़ी इलाके में जाने के लिए लोग कतराते थे. लेकिन एक तरीके से लोगों में भरोसा पैदा करने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है. 

क्या बनाया है प्लान...

प्रशासन ने दो रास्तों का चयन किया. एक रास्ता विष्णुपुर होकर चुराचांदपुर जाएगा और दूसरा रूट कांगपोकपी और सेनापति के लिए जाता है. सुरक्षाबलों की निगरानी में सभी वाहन आगे बढ़ते देखे गए. रास्ते में अगर कोई व्यक्ति इन वाहनों को रोकने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लेने का निर्देश दिया गया है. तीसरा तरीका भी लागू किया गया है. अगर कोई व्यक्ति पहाड़ी इलाका चुराचांदपुर से आना चाहता है तो हेलिकॉप्टर के जरिए भेजा जाएगा. यानी हेलिकॉप्टर की सुविधा भी दी जा रही है. कंस्ट्रक्शन से संबंधित सामान भी भेजा जा रहा है. हालांकि, वेली रीजन के लोग अभी पहाड़ी रीजन में नहीं जाना चाहते हैं. सरकार की तरफ से प्रयास है कि लोगों में फिर भरोसा जागे और धीरे-धीरे आवागमन शुरू हो सके.

Advertisement

पिछले साल दिसंबर में पूर्व सीएम एन बीरेन सिंह ने इम्फाल से कांगपोकपी और चुराचांदपुर तक सार्वजनिक बस सेवाएं शुरू करने का प्रयास किया था, लेकिन वो विफल हो गया था. इम्फाल के मोइरंगखोम में मणिपुर राज्य परिवहन स्टेशन पर कोई यात्री नहीं आया था.

मई 2023 में संघर्ष शुरू होने के बाद समुदायों के बीच विश्वास टूट गया था. मैतेई लोग कुकी-बहुल पहाड़ियों से भाग गए, जबकि कुकी ने मैतेई-बहुल क्षेत्रों को छोड़ दिया था. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement