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'इजरायल-गाजा में जंग, यूक्रेन में भी युद्ध जारी, आने वाला समय बेहद कठिन...', जानें- जयशंकर ने क्यों कही ये बात

विदेश मंत्री ने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि हमारे पास एक मजबूत बहुमत वाली सरकार है, जो साहसिक कदम उठाना जारी रखेगी, जो बड़ा सोचने में सक्षम होगी. जो योजनाओं के माध्यम से सबसे गरीब लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करना और युवाओं की आकांक्षाओं को भी पूरा करने में भी सक्षम होगी, ताकि हम पीछे न रह जाएं.

विदेश मंत्री एस जयशंकर (फाइल फोटो- पीटीआई) विदेश मंत्री एस जयशंकर (फाइल फोटो- पीटीआई)
aajtak.in
  • बेंगलुरु ,
  • 16 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 5:04 AM IST

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हमारे देश ने भारत में स्थिरता की भावना को प्रभावित करने वाली कई रेटिंग और रिपोर्टों को चुनौती देना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि रेटिंग और रिपोर्ट सामने लाने की ये कवायद देश को वास्तविक नुकसान पहुंचा रही हैं. जयशंकर ने एक ही समूह के लोगों द्वारा भारत पर रेटिंग और रिपोर्ट लाने के साथ ही देश पर बार-बार और लगातार अपनी राय व्यक्त करने पर आश्चर्य व्यक्त किया.

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विदेश मंत्री ने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि हमारे पास एक मजबूत बहुमत वाली सरकार है, जो साहसिक कदम उठाना जारी रखेगी, जो बड़ा सोचने में सक्षम होगी. जो योजनाओं के माध्यम से सबसे गरीब लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करना और युवाओं की आकांक्षाओं को भी पूरा करने में भी सक्षम होगी, ताकि हम पीछे न रह जाएं. 

जयशंकर ने कहा कि आज यूक्रेन में युद्ध हो रहा है. इज़रायल-गाजा के बीच जंग जारी है, हम लाल सागर क्षेत्र और अरब में तनाव देख रहे हैं. इसलिए आने वाले वर्ष बहुत कठिन होने वाले हैं. ऐसे समय के लिए हमें एक अनुभवी नेता की जरूरत है, जिसके पास वैश्विक समझ और वैश्विक सम्मान हो.

उन्होंने कहा कि कई मामलों में यह बहुत दिलचस्प होता है कि जब आपके पास ये रेटिंग होती है. अगर कोई वास्तव में इसके माध्यम को जानने की जहमत उठाता है, तो आपको उन लोगों के नाम मिलेंगे जिनसे परामर्श लिया गया है और आप आश्चर्यचकित होंगे कि दुनिया में भारत के बारे में कितनी रिपोर्टें तैयार की जाती हैं, और कैसे उसी समूह के लोगों से परामर्श लिया जाता है. वे अलग-अलग लोगों के सामने लगातार अपनी राय व्यक्त करते रहते हैं. 

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जब उनसे ये पूछा गया कि जॉर्ज सोरोस अपनी विचारधारा को आगे लाने के लिए कई देशों को नीचा दिखाने के लिए एनजीओ पर पैसा खर्च कर रहे थे. इस पर जयशंकर ने कहा कि हम आज इस ओर इशारा कर रहे हैं, क्योंकि यह सिर्फ एक विवादास्पद मुद्दा नहीं है, कभी-कभी ये वास्तव में देश को नुकसान पहुंचाते हैं. उन्होंने ये भी कहा कि कई मामलों में भारत की रेटिंग को बहुत अधिक ध्यान में रखा जाता है, हालांकि इसे कथित तौर पर गैर-वित्तीय और गैर-आर्थिक खिलाड़ियों द्वारा सामने लाया जाता है.

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