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राजस्थान इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है. राजस्थान का धौलपुर भट्टी की तरह तप रहा हैं. मई के महीने में भी लगातार तापमान में वृद्धि हो रही हैं.वहीं 46 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चल रहे तापमान के कारण लू जैसे हालात हो गए हैं. धौलपुर जिले में पड़ रही भीषण गर्मी के दौरान बाजार सूने पड़े हुए हैं और दुकानों में कम ग्राहक आ रहे हैं, जिसके कारण व्यापारी वर्ग भी खासा परेशान दिखाई दे रहा हैं. दुकानों पर ग्राहक नहीं आने के कारण दुकानदार अपनी दुकानों को दोपहर में बंद कर सुबह और शाम खोल रहे हैं.
राजस्थान में भीषण गर्मी का कहर
इस सीजन में पहली बार शनिवार को मौसम विभाग जयपुर केंद्र में अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री दर्ज किया गया. कृषि अनुसंधान केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले वर्ष 2022 में भी 13 मई को अधिकतम तापमान 46.7 डिग्री था. हालांकि पिछले साल 17 मई तक अधिकतम तापमान 44 डिग्री के करीब ही था. केंद्र पर शुक्रवार को अधिकतम तापमान 46.3 व न्यूनतम 24 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं गुरुवार को अधिकतम तापमान 45.5 व न्यूनतम 24.0 डिग्री था.
राजस्थान में भीषण गर्मी का कहर अब परवान चढ़ने लगा है, जिससे जंगल भी धधकने लगे हैं. जयपुर में शनिवार को अरावली की पहाड़ियों के जंगल में भीषण आग लग गई. कई एकड़ में फैले जंगल में आग की लपटे देख फॉरेस्ट टीम में हड़कंप सा मच गया. पहाड़ी इलाका होने के कारण दमकलकर्मी भी घंटो तक आग नहीं बुझा पाए, तब तक कई सूखे पेड़-पौधे और घास आग की लपटो में स्वाहा हो गए.
हालांकि, जंगल में आग लगने के कारणों का अभी स्पष्ट तौर पर पता नहीं चला है. वन विभाग के रेंजर अजीत कुमार मीणा के अनुसार, सड़क से मिलता हुआ जंगल का रास्ता निकलता है और माना जा रहा है कि शायद किसी के धूम्रपान की जिंगारी से आग लगी हो. इसके चलते जंगल में आग लग गई, जो 6-7 हेक्टेयर में फैल चुकी है.
इससे निपटने के लिए फायरमैन और फॉरेस्ट टीम जुटी हुई है. लेकिन माना जा रहा है की गर्मी की बढ़ती तपिश के चलते आग धधकी हो क्योंकि सूरज की तपिश के साथ ज्यादा गर्मी पड़ने से पेड़ों में आपस में घर्षण होता है, जिससे आग लग जाती है. कुछ दिन पहले भी सूरज के तीखे तेवर के कारण मुकुंदरा टाइगर रिजर्व और डीग के पहाड़ो में भी आग की लपटे उठी थी.
राजस्थान के फतेहपुर में इस माह सीजन का अधिकतम पारा 46.3 डिग्री पहुंच गया. मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक सप्ताह तक प्रदेश में सीवियर हीट वेव का दौर 22 मई तक जारी रहने के आसार है. उधर 25 मई से नौतपा भी शुरू हो रहा है, जिससे तापमान में और वृद्धि होने की आशंका है.
यूपी के कानपुर में 46 डिग्री का टॉर्चर
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पहली बार पारा 46 डिग्री के पार पहुंच गया. भीषण गर्मी और गर्म हवा के चलते लोगों का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है. तीन दशक पहले मई में तापमान 46 डिग्री के पास पहुंचा था. कानपुर में हाल के समय में सड़क के किनारे वाले वृक्षों का सौन्दर्यकरण के नाम पर कटान हुआ है इससे शहर की सड़कों पर गर्मी का प्रभाव और ज्यादा दिख रहा है सड़कों पर लोग मुंह पर गमछा बांधकर निकल रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी गर्म हवा के थपेड़ों ने उनका सड़क पर चलना मुश्किल कर दिया है.
ट्रेनों में गर्मी से बेहाल हुए यात्री
दानापुर रेल मंडल के दानापुर स्टेशन पर यात्री खुले आसमान में ट्रेनों के आने का इंतजार कर रहे हैं. गर्मी के कारण कोई ट्रेन में पंखा झेल रहा है. कोई खुले आसमान में सोने को मजबूर है. सबसे बुरी स्थिति तो उन यात्रियों का है, जिन्हें कहीं इलाज के लिए जाना है. बच्चे और महिलाएं भी गर्मी से परेशान हैं. यात्रियों का कहना है ट्रेनें बहुत लेट से चल रही हैं. 12 से 15 घंटे ट्रेन लेट हो रही हैं. वहीं छुट्टियों की वजह से ट्रेनों में काफी भीड़ देखने को मिल रही है.
कांगड़ा में गर्मी के कारण जंगलों में लगी आग
कांगड़ा घाटी में दिन का तापमान बढ़ने से जंगल में आग लग गई. कांगड़ा जिले के धर्मशाला के पास मैक्लोडगंज के जंगलों में बीती रात आग भड़क उठी. वन अधिकारी और राजस्व अधिकारी मौके पर पहुंचे और दमकल गाड़ियों को बुलाया गया. वहीं जलते जंगल के पास कुछ आवासीय घर थे, जिससे निवासियों में दहशत फैल गई.
गर्मी से बचाव के लिए पंजाब के फाजिल्का के अस्पताल में किए गए प्रबंध
पंजाब के फाजिल्का के एसएमओ डॉ. नीरजा गुप्ता ने बताया कि जिला सिविल सर्जन डॉ. चन्द्र शेखर कुक्कड़ के आदेशों पर गर्मी से प्रभावित लोगों के इलाज के लिए अग्रिम प्रबंध किए गए हैं. उन्होंने बताया कि जून-जुलाई के माह में तापमान अधिक होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योंकि गर्म लू से शरीर का तापमान भी बढ जाता है, जिससे हीट स्ट्रोक का खतरा बढ जाता है.
इसी को देखते हुए यह वार्ड बनाया गया है. यहां पर मरीज के आने पर उसका बीपी, तापमान व ऑक्सीजन लेवल चेक किया जाएगा. अगर आक्सीजन लेने में कोई दिक्कत आएगी तो उसके लिए भी ऑक्सीजन कंसनटेटर मोजूद हैं. उन्होंनें लोगो से भी अपील की है कि गर्मी के दौरान हो सके तो सुबह 10 से शाम 4 बजे तक बाहर निकलने से बचें और अधिक से अधिक पानी का सेवन करें.