
कोलकाता में 9 जनवरी यानी आज से 11 जनवरी तक जी-20 की पहली बैठक होने जा रही है. इस संबंध में रविवार को विदेश मंत्रालय में सलाहकार चंचल सरकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि जी20 इंडिया के फिनांस ट्रैक के तहत वित्तीय समावेशन पर वैश्विक साझेदारी (GPFI) की वर्किंग ग्रुप की कोलकाता में देश में यह पहली बैठक है. इसमें डिजिटल वित्तीय समावेशन, प्रेषण लागत और एसएमई वित्त उपलब्धता के सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. बैठक में शामिल होने के लिए संगठन के सदस्य देशों के प्रतिनिधि कोलकाता पहुंच चुके हैं. बैठक के लिए कोलकाता को सजाया गया है. मेहमानों के स्वागत के लिए एयरपोर्ट से लेकर आयोजन स्थल तक जी-20 के विशेष फ्लेक्स व पोस्टर लगाए गए हैं.
19 देशों के करीब 70 प्रतिनिधि होंगे शामिल
न्यू टाउन के विश्व-बांग्ला कन्वेंशन सेंटर में शुरू होने जा रही है बैठक में भारत समेत 19 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इस बैठक में विभिन्न देशों के करीब 60-70 प्रतिनिधि शामिल होंगे. इनके अलावा आईएमएफ, केंद्रीय वित्त मंत्रालय, नाबार्ड व विभिन्न बैंकों व वित्तीय संस्थानों के प्रतिनिधि भी बैठक में शामिल होंगे.
इसके अलावा प्रतिनिधियों की बंगाल की संस्कृति से परिचय कराने के लिए विक्टोरिया मेमोरियल से लेकर इंडियन म्यूजियम, हावड़ा ब्रिज, ठाकुरबाड़ी, मदर हाउस, अलीपुर जेल म्यूजियम, इको पार्क, इंडियन म्यूजियम, प्रिंसेप घाट समेत प्रमुख दर्शनीय स्थलों को सजाया गया है.
G20 इंडिया के आधिकारिक हैंडल ने ट्वीट किया: "#G20India कोलकाता, पश्चिम बंगाल की यात्रा कर रहा है! सिटी ऑफ जॉय 9-11 जनवरी, 2023 को वित्तीय समावेशन कार्य समूह के लिए वैश्विक साझेदारी की पहली बैठक के लिए तैयार है."
पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "विभिन्न देशों के प्रतिनिधि शहर का दौरा करेंगे और यह शहर के लिए अपनी विविध संस्कृति, भोजन और विरासत को प्रदर्शित करने का एक शानदार अवसर है. हमने प्रतिनिधियों के लिए भ्रमण की भी योजना बनाई है. वे बैठक के दौरान कोलकाता के ऐतिहासिक स्थलों, शैक्षणिक संस्थानों और विरासत संरचनाओं का दौरा करेंगे."
योग और प्राणायाम से होगी सत्रों की शुरुआत
पिछले साल दिसंबर में आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने बताया कि G20 की कमान संभालने के बाद भारत इस सम्मेलन में दुनिया के उभरते और शक्तिशाली देशों के सामने अपने प्राचीन और प्रभावशाली ज्ञान का प्रदर्शन भी करेगा. केंद्र सरकार ने यह तय किया है कि भारत में जब-जब इस समूह की बैठक होगी, भारत अपने प्राचीनतम ज्ञान योग और आयुष चिकित्सा पद्धति को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करेगा.