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100KM दूर की हरकतों पर भी नजर, 23 होटलों पर 24 घंटे पहरा... आज भारत पहुंचेंगे 20 मुल्कों के नेता, ऐसी हैं तैयारियां

भारत की मेजबानी में दिल्ली में नौ और दस सितंबर को G20 सम्मेलन होने जा रहा है. इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स, एनएसजी, सीआरपीएफ, आईबी और रॉ से लेकर ब्रिटेन की एमआई6, रूस के केजीबी, अमेरिका की सीआईए और इजरायल की मोसाद जैसी इंटरनेशनल एजेंसियां भी सुरक्षा में मुस्तैद हैं.

G20 के लिए दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम G20 के लिए दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 2:38 AM IST

भारत की मेजबानी में नई दिल्ली में G20 के 18वें शिखर सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है. 80 के दशक के बाद यह पहला मौका होगा, जब दो दिनों तक दुनिया के बीस सबसे ताकतवर मुल्कों के नेता एक छत के नीचे होंगे. ऐसे में सुरक्षा के मद्देनजर पूरी दिल्ली को हाई अलर्ट मोड पर रख दिया गया है. दिल्ली के 35 किलोमीटर के इंच-इंच इलाके में एक साथ 50,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.

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G20 जैसी हाई लेवल मीटिंग को लेकर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. दिल्ली पुलिस के पजास हजार जवानों से लेकर, पैरामिलिट्री फोर्स, एनएसजी और सीआरपीएफ के कमांडो तक तैनात किए गए हैं. गगनचुंबी इमारतों पर एंटी एयरक्राफ्ट गनें मुस्तैद की गई हैं. हर हरकतों पर नजर रखने के लिए 40,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इतना ही नहीं चेहरा पढ़ने वाले 'फेस रिकगनिशन'कैमरे जैसी उच्च तकनीक तक का इस्तेमाल किया जा रहा है. 

यह उच्चस्तरीय सम्मेलन प्रगति मैदान के भारत मंडपम में होगा. ऐसे में प्रगति मैदान के नीचे टनल में खोजी कुत्तों के साथ कमांडोज को तैनात किया गया है. दिल्ली-एनसीआर के 23 पांच सितारा होटलों की 24 घंटे निगरानी के लिए कमर कस ली गई है. सुरक्षा की दृष्टि से इन 23 होटलों के ऊपर नो फ्लाई जोन घोषित किया गया है. इतना ही नहीं बायो वेपन से लेकर केमिकल वेपन से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है.

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होटल के भीतर हथियारों का गोदाम

यह शायद पहला मौका होगा, जब भारत में एक साथ बड़े-बड़े देशों के नेता इकट्ठा होंगे. ऐसे में किसी भी तरह के संभावित हमले के दौरान पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को हथियारों की कमी नहीं पड़ जाए. इसके लिए होटल के भीतर हथियारों से भरा गोदाम बनाया गया है. सुरक्षा एजेंसियों को तमाम आधुनिक हथियार मुहैया कराए गए हैं. जिन हथियारों का इस्तेमाल जवान कर रहे हैं, उनके लिए मैगजीन स्मोक ग्रेनेड से लेकर कम्युनिकेशन के लिए वायरलेस सेट के साथ-साथ चार्जर का भी इंतजाम किया गया है. 

प्रगति मैदान से लेकर प्रधानमंत्री आवास तक के पूरे क्षेत्री को नो फ्लाइंग जोन के तौर पर चिह्नित किया गया है. जगह-जगह एंटी ड्रोन सिस्टम भी लगाए गए हैं.

वीवीआईपी गेस्ट को जिन-जिन होटलों में ठहराया जाएगा. वहां पर किसी भी तरह के संभावित हमले के मद्देनजर उन्हें वहां सुरक्षित रूप से बाहर निकालने के लिए वायुसेना के चॉपर को भी तैयार रखा गया है. होटलों के भीतर और बाहर खास प्रशिक्षित कमांडो को मु्स्तैद किया जा रहा है. इसके अलावा विदेशी मेहमानों की अपनी सीक्रेट सर्विस भी मौजूद होगी. 

दिल्ली पुलिस से लेकर अमेरिका की सीआईए तक मुस्तैद

G20 जैसे हाई प्रोफाइल इवेंट के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स, एनएसजी, सीआरपीएफ, आईबी और रॉ से लेकर ब्रिटेन की एमआई6, रूस के केजीबी, अमेरिका की सीआईए और इजरायल की मोसाद जैसी इंटरनेशनल एजेंसियां भी सुरक्षा में मुस्तैद हैं.

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जांच एजेंसियां साइबर अटैक को लेकर भी अलर्ट है. इसे लेकर एक्सपर्ट की एक टीम लगातार नजर बनाए हुए है, खासतौर से उन होटलों में साइबर एक्सपर्ट की टीम कड़ी नजर रखे हुए हैं, जहां विदेशी मेहमान ठहरने जा रहे हैं. होटलों में लगे सीसीटीवी कैमरों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि संदिग्धों की पहचान तुरंत की जा सके. 

भारत मंडपम तक के पूरे रास्ते को अलग-अलग जोन में बांटा गया है. हर जोन में सुरक्षा का जिम्मा अलग-अलग कमांडरों को सौंपा गया है. हर कमांडर विदेशी मेहमानों के सुरक्षाकर्मियों से सीधे संपर्क में रहेगा. जिन होटलों में वीवीआईपी मेहमानों को रखा गया है वहां पर हर फ्लोर के लिए अलग स्टाफ है. यहां तक की जो कार्ड उन्हें दिया गया है वह खास G20 के लिए बनाया गया है. कोई भी स्टाफ अपनी मर्जी से ना तो घूम पाएगा और ना ही एक से दूसरे फ्लोर पर जा पाएगा.

आसमान में भी 3 सर्किल सिक्योरिटी 

राजधानी में होने जा रहे G20 समिट को लेकर आठ से 10 सितंबर तक आसमान में भी 3 सर्किल सिक्योरिटी की जाएगी. ये सभी लेयर इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर से जुड़े होंगे. इनी तीनों सुरक्षा घेरों को तीन हिस्सों में बांटा गया है. जिनमें लॉन्ग रेंज कवर, मीडियम रेंज कवर और शॉर्ट रेंज कवर शामिल है. 

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लॉन्ग रेंज कवर: इसके तहत फाइटर जेट और लड़ाकू हेलीकॉप्टर को ऑपरेशन रेडी प्रीपैरेशन एंड कॉम्बैट एयर पेट्रोल के जरिए सुरक्षित किया गया है. सभी फारवर्ड एयर बेस को मिसाइल की मदद से अलर्ट पर रखा जाएगा ताकि अगर 100 किलोमीटर की दूरी पर भी आसमान में कोई हरकत हो तो उससे बखूबी निपटा जा सके. बॉर्डर पर राफेल, जैगुआर,  मिग29 के जरिये पेट्रोलिंग की जाएगी.

मीडियम रेंज कवर: दिल्ली के आसपास के एयरबेस पर आकाश मिसाइल और पेचोरा मिसाइल को तैनात किया गया है ताकि अगर 25 से 30 किलोमीटर के दायरे में कोई हरकत हो तो उससे निपटा जा सके. इसके अलावा एयरफोर्स, नेवी और आर्मी ने अपनी एन्टी ड्रोन टेक्नोलॉजी भी तैनात की है.

शॉर्ट रेंज कवर: उस घेरे को आईजीएलए यानी मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम मैन पैड मिसाइल को दिल्ली और आसपास के तमाम वीवीआईपी लोकेशन पर तैनात  किया गया है. इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर के जरिए चौबीसों घंटे सभी एयरबेस को लाइवफीड के जरिए मॉनिटर किया जाएगा.

बाइडेन से पहले उनकी THE BEAST कार दिल्ली पहुंचेगी

G20 में यूं तो कई बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हो रहे हैं. लेकिन खासतौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए हैं. बाइडेन आठ सिंतबर को दिल्ली पहुंच रहे हैं. उनके दिल्ली पहुंचने से पहले ही हवाई और जमीनी सुरक्षा की पूरी तैयारी की जा चुकी है. बाइडेन के साथ-साथ उनके सीनियर एडवाइजर से लेकर सीक्रेट सर्विस एजेंट्स की एक लंबी-चौड़ी टीम होगी. 

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बाइडेन के दिल्ली पहुंचने से पहली उनकी THE BEAST कार सिक्योरिटी कवर के साथ अमेरिकी वायुसेना के ग्लोबमास्टर एयरक्राफ्ट से दिल्ली पहुंचेगी. इसका भी मुआयना सीक्रेट सर्विस एजेंट करेंगे. कुल मिलाकर 50 कारों का काफिला होगा, जिसमे 2 बीस्ट कार होगी. ये कार बख्तरबंद कार हैं, जिन पर गोलियों का कई असर नहीं होता. ये बुलेटप्रूफ होने के साथ केमिकल बायोलॉजिकल और परमाणु खतरे से भी बचाती हैं.

बाइडेन के साथ होगा 50 कारों का काफिला

बाइडेन की द बीस्ट जब पालम टेक्निकल एयरबेस से निकलेंगी तो इसके साथ कुल मिलाकर 50 कारों का काफिला होगा. इनमें लगभग 100 सीक्रेट सर्विस एजेंट्स होंगे. इनमें एफबीआई से लेकर सीआईए तक के सिक्योरिटी सर्विस एजेंट्स होंगे. राष्ट्रपति बाइडेन दिल्ली के आईटीसी मौर्य के प्रेसिडेंशियल सूट में रुकेंगे. इस पूरे होटल का मैप सिक्योरिटी एजेंसियों के पास है. बाइडेन के साथ 1000 से ज्यादा सिक्योरिटी अधिकारी अमेरिका से भारत पहुंच रहे हैं. इसके अलावा दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के वीवीआईपी सिक्योरिटी का सुरक्षा कवर इनके चारों तरफ रहेगा. इसमें सीआरपीएफ की 50 टीम, 1000 कमांडो और 300 बख्तरबंद गाड़ियां शामिल हैं. 

G20 की सुरक्षा के लिए जवानों की खास यूनिफॉर्म

G20 जैसे हाई प्रोफाइल कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा में तैनात सभी जवानों के लिए खास यूनिफॉर्म तैयार की गई है. इस दौरान सख्ती का आलम यह होगा कि जिस सुरक्षाकर्मी को जहां तैनात किया गया है, वह अपनी जगह को छोड़कर किसी दूसरी जगह पर नहीं जा सकेगा. फिर चाहे वह रैंक में कितना भी बड़ा अधिकारी क्यों ना हो. 

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विदेशी मेहमानों का भारत आना शुरू

G20 के लिए विदेशी मेहमानों का भारत पहुंचना शुरू किया है. यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन नई दिल्ली पहुंच गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन आठ सिंतबर को शाम लगभग सात बजे दिल्ली पहुंचेंगे. वह सीधी पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. इसके बाद वे 9-10 सितंबर को जी-20 समिट में हिस्सा लेंगे. कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक भी जी-20 समिट में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आ रहे हैं. सुनक की यह भारत की पहली आधिकारिक यात्रा है. इसके अलावा जापान के पीएम फिमियो किशिदो, ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथोनी अल्बनीज, द कोरिया के राष्ट्रपति, जर्मन चांसलर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी जी-20 समिट में शामिल होंगे.

इसके अलावा जी-20 में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के शामिल होने की संभावना है. हालांकि, सऊदी की ओर से अभी कोई पुष्टि नहीं की गई है. दक्षिण अफ्रीका, तुर्की और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति भी जी-20 में हिस्सा लेने के लिए भारत आ रहे हैं. नाइजीरिया के राष्ट्रपति पहले ही भारत पहुंच चुके हैं. इसके साथ ही ब्राजील, बांग्लादेश, इटली के राष्ट्राध्यक्षों के भी नई दिल्ली आने की उम्मीद है.

कौन सा नेता कहां ठहरेगा?

- अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन- आईटीसी मौर्या, दिल्ली (भारत आने का वक्त- 8 सितंबर को शाम 6.55 पर)

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- ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक- होटल शांगरी ला, दिल्ली (भारत आने का वक्त- 8 सितंबर को दोपहर 1.40 पर)

- कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो- द ललित होटल, दिल्ली (भारत आने का वक्त- 8 सितंबर को शाम 7 बजे)

- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों - क्लैरिजेस होटल, दिल्ली (भारत आने का वक्त- 8 सितंबर को दोपहर 12.35 पर)

- जापान के प्रधानमंत्री फिमियो किशिदो- द ललित होटल, दिल्ली (भारत आने का वक्त- 8 सितंबर को दोपहर 2.15 पर)

- ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज- इंपीरियल, दिल्ली (भारत आने का वक्त- 8 सितंबर को शाम 6.15 पर)

- द कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल- ओबेरॉय होटल गुरुग्राम

- तुर्की के राष्ट्रपति रसीप तैयप एर्दोआन- ओबेरॉय होटल

- चीनी पीएम ली कियांग- ताज पैलेस होटल

- ब्राजील प्रतिनिधिमंडल- ताज पैलेस होटल

- इंडोनेशिया- इंपीरियल होटल, दिल्ली

- ओमान- लोधी होटल - बांग्लादेश- ग्रांड हयात होटल गुरुग्राम

- इटली- हयात रिजेंसी

- सऊदी अरब प्रतिनिधिमंडल- लीला होटल गुरुग्राम

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