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Ganesh Chaturthi Guidelines: दिल्ली में सार्वजनिक कार्यक्रम पर रोक, मुंबई में इन शर्तों संग मिली है छूट

गणेश चतुर्थी को लेकर दिल्ली और मुंबई में गाइडलाइंस (Ganesh Chaturthi guidelines) जारी हो गई हैं. दिल्ली में सार्वजनिक जगहों पर कार्यक्रम की छूट नहीं दी गई है. वहीं मुंबई में कई शर्तों के साथ यह छूट मिली है.

गणेश चतुर्थी को लेकर दिल्ली, मुंबई में गाइडलाइंस जारी गणेश चतुर्थी को लेकर दिल्ली, मुंबई में गाइडलाइंस जारी
पंकज जैन/सौरभ वक्तानिया
  • नई दिल्ली, मुंबई,
  • 09 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 9:52 AM IST
  • गणेश चतुर्थी को लेकर गाइडलाइंस बुधवार को जारी हुईं
  • दिल्ली और मुंबई में सख्त निर्देश जारी हुए हैं

कोरोना संकट के चलते इस बार भी गणेश चतुर्थी (ganesh chaturthi) धूमधाम से नहीं मनाई जा सकेगी. दिल्ली और मुंबई दोनों ही जगह इसको लेकर सख्त गाइडलाइंस जारी हो गई हैं. कोरोना के मद्देनजर दिल्ली में इस बार सार्वजनिक जगहों पर गणेश चतुर्थी का आयोजन नहीं होगा. वहीं मुंबई में भी BMC ने सख्त निर्देश जारी किए हैं.

कोरोना के मद्देनजर दिल्ली (ganesh chaturthi guidelines 2021 delhi) में इस साल भी सार्वजनिक जगहों पर गणेश चतुर्थी का आयोजन नहीं होगा. दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिए हैं. आदेश में लोगों से घरों पर गणेश चतुर्थी की पूजा का आयोजन करने की सलाह दी है. आदेश में कहा गया कि टेंट और पंडाल और सार्वजनिक जगहों पर गणेश प्रतिमा स्थापित नहीं की जा सकेगी.

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मुंबई में क्या है गणेश चतुर्थी की गाइडलाइंस

BMC की गाइडलाइन (ganesh chaturthi mumbai guidelines) के मुताबिक, इस साल मंडलों से सोशल मीडिया और ब्रॉडकास्ट चैनल के जरिए भक्त दर्शन करेंगे. गणेश मूर्ति लाने के दौरान 10 से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकते हैं. वहीं मूर्ति भी चार फीट से ज्यादा लंबी नहीं हो सकती. साथ ही जितने भी लोग गणेश मूर्ति लेने जाएंगे, उनको कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी चाहिए. वैक्सीन की दूसरी खुराक करीब 15 दिन पहले लगी होनी चाहिए.

गणेश चतुर्थी के दौरान जुलूस निकालने पर भी पाबंदी रहेगी. घर पर ही गणेश चतुर्थी मना रहे हैं तो उसके लिए भी सिर्फ पांच लोग ही गणेश मूर्ति लेने के लिए जा सकेंगे. उनका कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेना भी जरूरी रहेगा. वहीं मूर्ति की ऊंचाई भी सिर्फ दो फीट ही रखी जा सकेगी. गणेश विसर्जन या तो घर में करना है या फिर राज्य सरकार द्वारा बनाए गए आर्टिफिशियल तालाब में.

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इसके अलावा अगर किसी कंटेनमेंट जोन में सार्वजनिक गणेशोत्सव मनाया जाएगा, तो वहां पर मंडलों को मंडप में ही मूर्ति को विसर्जित करना होगा. अगर किसी सील्ड बिल्डिंग में गणेश उत्सव मनाया जा रहा है, तो वहां भी लोगों को घर पर ही मूर्ति को विसर्जित करना होगा. इस साल विसर्जन का हिस्सा बूढ़े या फिर बच्चे नहीं बन पाएंगे, उन्हें घर ही रहना होगा.

 

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