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गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट के बीच दौड़ेगी रैपिड रेल, जानें रूट को लेकर हुई बैठक में क्या निकला नतीजा

गाजियाबाद से ग्रेटर नोएडा वेस्ट, परी चौक होते हुए रैपिड रेल को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने के इस प्रोजेक्ट के रूट को तय करने के लिए आज यानी शुक्रवार को एक अहम बैठक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में हुई.

अरुण त्यागी
  • नई दिल्ली,
  • 23 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 4:16 PM IST

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को गाजियाबाद से रैपिड रेल से जोड़ने के लिए प्रदेश सरकार से मंजूरी मिलने के बाद गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट तक 72.2 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में रैपिड रेल चलाने का रास्ता साफ हो गया था. गाजियाबाद से ग्रेटर नोएडा वेस्ट, परी चौक होते हुए रैपिड रेल को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने के इस प्रोजेक्ट के रूट को तय करने के लिए आज यानी शुक्रवार को एक अहम बैठक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में हुई. इसमें एनसीआरटीसी की टीम ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के समक्ष रैपिड रेल के लिए 3 वैकल्पिक रूटों पर प्रजेंटेशन दिया. सीईओ ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और एनसीआरटीसी की संयुक्त टीम बनाकर इन तीनों वैकल्पिक रूटों का सर्वे करने के बाद रूट फाइनल करने के निर्देश दिए हैं. 

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जानें कौन सी तीन रूट्स का दिया गया विकल्प
एनसीआरटीसी की टीम ने चार मूर्ति चौक से तीनों वैकल्पिक रूटों का जो प्रजेंटेशन दिया है उसके अनुसार पहला रूट, चार मूर्ति चौक से 130 मीटर चौड़ी रोड पर प्राधिकरण दफ्तर और परी चौक होते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक प्रस्तावित किया गया है. दूसरा रूट, 60 मीटर रोड से होकर और तीसरा रूट चार मूर्ति चौक से नॉलेज पार्क-5, सूरजपुर और कासना होते हुए नोएडा एयरपोर्ट ले जाने का सुझाव है. इनमें से किसी एक रूट को फाइनल किया जाना है. 

सीईओ ने इनमें से किसी एक रूट को फाइनल करने से पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और एनसीआरटीसी की संयुक्त टीम बनाकर तीनों वैकल्पिक रूटों का सर्वे करने के निर्देश दिए हैं.  इस टीम में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ, प्लानिंग एंड प्रोजेक्ट डिपार्टमेंट तथा एनसीआरटीसी के अधिकारी शामिल होंगे. सीईओ ने एक सप्ताह के भीतर रूट का मौके पर सर्वे कर सुझाव देने को कहा है. 

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इस बीच प्राधिकरण की तरफ से रूट पर यूटीलिटी रिपोर्ट दी जाएगी और एनसीआरटीसी की तरफ से रूट की विस्तृत रिपोर्ट बनाकर प्राधिकरण को दिया जाएगा. सीईओ ने इस काम को प्राथमिकता पर लेते हुए रूट को शीघ्र फाइनल करने के निर्देश दिए हैं. एनजी रवि कुमार ने यह भी कहा कि जो भी रूट फाइनल करें, वह वर्तमान के साथ ही भविष्य में ट्रैफिक की जरूरतों के हिसाब से होना चाहिए, ताकि ग्रेटर नोएडावासियों को कहीं पर भी जाम की परेशानी न झेलनी पड़े. 

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