
कोरोना टीकाकरण के बीच वैक्सीन पासपोर्ट (Vaccine Passport) को लेकर चर्चाएं भी तेज हो गई हैं. वैक्सीन पासपोर्ट यानी कि विदेश यात्रा के लिए टीका लगवाना जरूरी होगा. संभावना ये भी जताई जा रही है कि वीजा के नियमों में इसे जोड़ा जा सकता है. इसको लेकर सरकारी सूत्रों ने कहा है कि अभी तक किसी भी देश ने वैक्सीन पासपोर्ट शुरू नहीं किया है. हालांकि, यूरोपीय संघ अभी के लिए यूरोपीय नागरिकों के लिए इस मसले पर विचार कर रहे हैं.
दरअसल, वैक्सीन पासपोर्ट को लेकर चर्चाएं तेज हैं, ऐसे में भारत सरकार के सूत्रों ने बताया कि अभी तक किसी भी देश ने वैक्सीन पासपोर्ट जैसा कोई नियम नहीं शुरू किया है. केवल यूरोपीय संघ अपने नागरिकों के लिए इस बारे में सोच रहे हैं. फिलहाल सभी बयान हैं, कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
सूत्रों के मुताबिक, सरकार इस बात से अवगत है कि जब वैक्सीन पासपोर्ट के लिए टीके की लिस्ट आती है, तो Covaxin इसका एक हिस्सा होना चाहिए. फिलहाल वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां इस पर WHO के साथ काम कर रही हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले खबरें आई थीं कि कुछ देश अपनी गाइडलाइन बना रहे हैं, जिनमें सभी मौजूदा टीके शामिल नहीं किए जा रहे हैं. इसके बाद भारत समेत कई देशों ने इस मुद्दे को WHO के समक्ष रखा. ज्यादातर देश चाहते हैं कि टीकाकरण में सभी मौजूदा टीकों को शामिल किया जाए.
हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव (लव अग्रवाल) ने वैक्सीन पासपोर्ट को लेकर कहा था कि WHO से चर्चा चल रही है, लेकिन अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया. गौरतलब है कि ऐसी खबरें आई थी कि कुछ देश भारत की कोवैक्सीन को वैक्सीन पासपोर्ट का हिस्सा नहीं मान रहे हैं.