
गुजरात की एक स्थानीय अदालत ने आवारा गाय के हमले में जान गंवाने वाले एक शख्स को हर्जाना देने का आदेश दिया है. अदालत ने राजकोट नगर निगम को आदेश दिया है कि वो गाय के हमले में मारे गए बाइक सवार के परिवार वालों को 13.7 लाख रुपये का हर्जाना दें.
इस मामले में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, अगस्त 2018 में आवारा गाय से मुकेश राठौड़ नाम के शख्स की बाइक की टक्कर हो गई थी. इसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया था और बाद में उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया था. लेकिन पुलिस ने मुकेश के खिलाफ ही लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज कर लिया था.
राठौड़ की पत्नी मीना ने 15 लाख रुपये के हर्जाने की मांग करते हुए मामला दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि नगर निगम, पुलिस और जिला प्रशासन की लापरवाही की वजह से उसके पति की मौत हुई है.
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने प्रशासन की लापरवाही को छिपाने के लिए मृतक के खिलाफ ही मामला दर्ज किया था. वरिष्ठ सिविल जज आईएम शेख ने नगर निगम को मामला दर्ज होने की तारीख से छह फीसदी ब्याज के साथ भुगतान करने का आदेश दिया.
मीना के वकील केबी राठौड़ ने कहा कि हमने संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत कोर्ट में बहस की. इस अनुच्छेद के तहत सभी को समान रूप से जीने का अधिकार संविधान ने दिया है. जब प्रशासन अपनी जिम्मेदारी का पालन नहीं कर पाए तो वे हर्जाने का भुगतान करने के लिए बाध्य हैं.