
हरियाणा पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो ठगी के पैसे से लोगों के क्रेडिट कार्ड का बिल भरता था. शातिर ठग लोगों को यह कहकर ठगता था कि उनका बिजली का बिल बकाया है और अगर उन्होंने जल्द ही इसका भुगतान नहीं किया तो उनका बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा. चेतावनी देने के बाद वह भुगतान करने के लिए एक लिंक शेयर करता था. ठगी का शिकार होने वाले शख्स के बैंक खाते की जानकारी लेने के बाद वह उसके फोन को एक्सेस कर लेता था.
मामला हरियाणा के गुरुग्राम का है. गिरफ्तार किए गए शख्स की उम्र 30 साल है. ठगी के इस मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी है. पुलिस के मुताबिक आरोपी हेमंत करनाल का रहने वाला है. एक पीड़ित महेंद्र प्रसाद ने पुलिस को बताया कि 25 अगस्त 2022 को उनके दामाद ने उन्हें फोन किया. उन्हें बताया गया कि उन्हें कुछ मैसेज मिले हैं, जिनमें साउथ एक्सटेंशन हाउस के लिए बिजली बिल का भुगतान करने के लिए कहा गया.
पीड़ित के खाते से निकाले 2.5 लाख
इसके बाद पीड़ित ने मैसेज में दिए गए नंबर पर कॉल किया. कॉल रिसीव करने वाले ने कहा कि वह बिजली विभाग से है. आरोपी ने उन्हें भुगतान के लिए टीम व्यूअर एप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा. एप्लीकेशन इंस्टाल करते ही आरोपी पीड़ित के फोन की स्क्रीन तक पहुंचने में सक्षम हो गया. पीड़ित ने जब भुगतान करने की कोशिश की तो आरोपी ने बैंक का स्टेटमेंट देख लिया. इसके बाद आरोपी ने पीड़ित के खाते से 2.5 लाख रुपए निकाल लिए.
जामताड़ा से जुड़ा हुआ था आरोपी
आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि खाते से निकाले गए पैसों का इस्तेमाल क्रेडिट कार्ड के बिलों का भुगतान करने के लिए किया गया. पुलिस ने बताया कि हेमंत झारखंड के जामताड़ा में जालसाजों की एक टीम से जुड़ा था. आरोपी ने बताया कि जब वह जयपुर में काम कर रहा था तो गिरोह के एक व्यक्ति से उसकी मुलाकात हुई, जिसने उसे प्रक्रिया और तकनीक बताई.
भुगतान के बदले मिलता था 10% कमीशन
जब पीड़ितों ने टीम व्यूअर एप्लिकेशन इंस्टॉल किया तो जामताड़ा में टीम को उनकी स्क्रीन तक पहुंच प्राप्त हो गई और उन्होंने उनके बैंक खाते से पैसे निकाल लिए. गुड़गांव पुलिस के प्रवक्ता सुभाष बोकेन ने कहा कि हेमंत को प्रत्येक लेनदेन के लिए 10% कमीशन मिलता था और इसलिए उसने ठगी के पैसे से 300 से ज्यादा क्रेडिट कार्ड का भुगतान कर दिया.