Advertisement

NDA ने फिर दिखाई ताकत, हरिवंश सिंह दूसरी बार बने राज्यसभा के उपसभापति

जनता दल यूनाइटेड के नेता हरिवंश सिंह फिर से राज्यसभा के उपसभापति चुन लिए गए हैं. विपक्ष की ओर से आरजेडी उम्मीदवार और सांसद मनोज झा को हराया.

जेडीयू के हरिवंश सिंह फिर से जीते जेडीयू के हरिवंश सिंह फिर से जीते
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली ,
  • 14 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 7:33 PM IST
  • हरिवंश ने आरजेडी के मनोज झा को चुनाव में हराया
  • बिहार से ताल्लुक रखने वाले हरिवंश पत्रकार रहे हैं
  • मनोज झा दिल्ली विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग में प्रोफेसर
  • 2018 में पहली बार राज्यसभा के उपसभापति बने थे हरिवंश

कोरोना संकट के बीच शुरू हुए मॉनसून सत्र के पहले ही दिन एनडीए राज्यसभा में अपनी ताकत दिखाने में कामयाब रही और विपक्षी दलों के साझा उम्मीदवार को हराते हुए राज्यसभा के उपसभापति के पद पर फिर से कब्जा कर लिया. जनता दल यूनाइटेड के नेता हरिवंश सिंह फिर से राज्यसभा के उपसभापति चुन लिए गए हैं.

जनता दल यूनाइटेड के नेता हरिवंश सिंह ने विपक्ष की ओर से आरजेडी उम्मीदवार और सांसद मनोज झा को हराया. उपसभापति चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई तो जेपी नड्डा, नरेंद्र तोमर और नरेश गुजराल ने हरिवंश के समर्थन में प्रस्ताव रखा. जबकि कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, गुलाम नबी आजाद त्रिची शिवा ने मनोज झा के समर्थन में प्रस्ताव रखा.

Advertisement

PM मोदी- वह एक शानदार अंपायर  

हरिवंश के फिर से उपसभापति के रूप में चुने जाने पर बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं हरिवंश को बधाई देना चाहता हूं. एक पत्रकार या सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में हो, उन्होंने खुद को साबित किया है. हमने उनके सदन की कार्यवाही के संचालन के तरीके को देखा है.

हरिवंश सभी पक्षों से संबंधित रहे हैं. उन्होंने निष्पक्ष तरीके से कार्यवाही का संचालन किया है. वह एक शानदार अंपायर रहे हैं और आने वाले समय में भी ऐसा ही रहेगा. वह हमेशा अपने कर्तव्यों को निभाने में मेहनती रहे हैं.

दूसरी बार उपसभापति चुने जाने के बाद हरिवंश सिंह ने कहा, 'मैं आप सभी का आभारी हूं कि आपने एक ऐसे व्यक्ति को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने के लिए योग्य माना, जो एक गांव के एक बेहद साधारण परिवार से है और जो कभी अंग्रेजी मीडियम स्कूल नहीं गया था.

Advertisement

इससे पहले एनडीए की ओर से जेडीयू सांसद हरिवंश सिंह ने पिछले हफ्ते बुधवार को अपना नामांकन दाखिल किया था, जबकि मनोज झा ने शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया. हरिवंश पत्रकार रहे हैं और बिहार की सियासत को करीब से समझते हैं.

जबकि मनोज झा दिल्ली विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग में प्रोफेसर हैं. वो आरजेडी के राज्यसभा सासंद होने के साथ-साथ पार्टी के प्रवक्ता होने नाते मुखर आवाज भी हैं.

पत्रकार रहे हैं हरिवंश

राज्यसभा सांसद बनने से पहले हरिवंश नारायण सिंह की पहचान एक पत्रकार के तौर पर रही है. हरिवंश का जन्म जयप्रकाश नारायण के गांव सिताब दियारा में हुआ. वह शुरू से ही समाजवादी विचारधारा के रूप में जाने जाते थे. वारणसी से शिक्षा हासिल करने के दौरान ही हरिवंश सिंह जेपी आंदोलन से जुड़ गए थे.

बाद में उन्होंने पत्रकारिता में कदम रखा और करीब चार दशक तक पत्रकारिता में सक्रिय रहे. उन्होंने देश के कई प्रमुख अखबारों के लिए काम किया और 1989 में प्रभात खबर शुरू किया. 2014 में जेडीयू ने उन्हें राज्यसभा भेजा और 2018 में राज्यसभा के उपसभापति चुने गए, लेकिन इस साल उनका कार्यकाल पूरा हो जाने के चलते अब दोबारा से उसी पद के लिए मैदान में उतरे और जीत हासिल की.

Advertisement


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement