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कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार अलर्ट, देशभर के अस्पतालों में दो दिनों की मॉक ड्रिल

केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में लोगों से भीड़भाड़ और बंद स्थानों में मास्क पहनने के लिए कहा गया है. सरकार ने टीकाकरण और जांच में तेजी लाने को कहा है. इसके अलावा भीड़भाड़ और बंद स्थानों में मास्क पहनने के लिए कहा गया है. केंद्र ने कहा है कि छींकते या खांसते समय नाक और मुंह को ढकने के लिए रूमाल या टिश्यू का इस्तेमाल करें और हाथों की स्‍वच्‍छता बनाए रखें.

सांकेतिक फोटो सांकेतिक फोटो
स्नेहा मोरदानी/मिलन शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 27 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 8:51 PM IST

देश में कोरोना और फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों से अस्पतालों में 10 और 11 अप्रैल को मॉक ड्रिल आयोजित करने को कहा है. इसे लेकर केंद्र सरकार ने एडवाइजरी भी जारी की है. एडवाइजरी में लोगों से भीड़भाड़ और बंद स्थानों में मास्क पहनने के लिए कहा गया है.  केंद्र ने कहा है कि छींकते या खांसते समय नाक और मुंह को ढकने के लिए रूमाल या टिश्यू का इस्तेमाल करें और हाथों की स्‍वच्‍छता बनाए रखें.

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इन राज्यों में तेजी से बढ़ रहे मामले
महाराष्ट्र में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. गुजरात में पॉजिटिविटी रेट 0.07% से बढ़कर 2.17% हो गई है. केरल में 1.47% से बढ़कर 4.51% हो गई. कर्नाटक में औसत साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 1.65% से बढ़कर 3.05% हो गई, जबकि दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 0.53% से बढ़कर 4.25% हो गई. इसी तरह, हिमाचल प्रदेश में वीकली पॉजिटिविटी रेट 1.92% से बढ़कर 7.48% हो गई. राजस्थान में यह 0.12% से बढ़कर 1.62% हो गया है.

केंद्र ने COVID-19 टीकाकरण को लेकर की समीक्षा
केंद्र सरकार ने COVID-19 टीकाकरण को लेकर राज्यों के साथ समीक्षा बैठक की. सरकार ने टीकाकरण और जांच में तेजी लाने को कहा है. इसके अलावा राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए प्लांट, वेंटिलेटर और मानव संसाधन सहित अस्पताल के इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए मॉक ड्रिल करने की सलाह दी.

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा जारी एक संयुक्त एडवाइजरी में कहा गया है कि पिछले कई हफ्तों में कुछ राज्यों में COVID-19 की टेस्टिंग में गिरावट आई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR ने सभी राज्यों को कोरोना जांच में बढ़ावा देने और लक्षणों की जानकारी देने के लिए भी कहा है. साथ ही सांस की बीमारियों से पीड़ित होने पर व्यक्तिगत संपर्क को सीमित करने की भी सलाह दी गई है. 
 

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