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MP में शिप्रा नदी से लेकर गुजरात में नर्मदा तक... उफान पर नदियां, भारी बारिश के बीच रेल सेवा प्रभावित, कई ट्रेनें रद्द

मध्य प्रदेश और गुजारत में इन दिनों भारी बारिश से हाहाकार मचा हुआ है. इन दोनों ही राज्यों में नदियां उफान पर हैं, जिससे कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. इस बीच मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में आज, 18 सितंबर के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. आइए जानते हैं दोनों राज्यों में बारिश से क्या है हाल.

Madhya Pradesh Flood Madhya Pradesh Flood
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 18 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 12:57 PM IST

देश के दो राज्यों में भारी बारिश के चलते तबाही का मंजर नजर आ रहा है. गुजरात और मध्य प्रदेश मौसम की मार झेल रहे हैं. दोनों ही राज्यों में बारिश के चलते नदियां उफान पर हैं. वहीं, कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. गुजरात के दाहोद में भारी बारिश के चलते वानाकबोरी डैम ओवरफ्लो है. माही नदी पर बने इस डैम के ओवरफ्लो होने से आस-पास के इलाकों में बाढ़ का खतरा है. वहीं, मध्य प्रदेश में चंबल और शिप्रा नदी उफान पर हैं. बारिश के चलते रेल यातायात पर भी असर पड़ रहा है. 

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ट्रैक धंसने से ट्रेन की आवाजाही प्रभावित
मध्य प्रदेश में भारी बारिश के चलते रतलाम मंडल के अंतर्गत झाबुआ जिले से गुजरने वाले दिल्ली-मुंबई रेलवे के अप ट्रैक का एक हिस्सा धंसने से ट्रेन की आवाजाही प्रभावित हुई है. रेलवे डाउन ट्रैक से महत्वपूर्ण ट्रेनें बेहद रेंगने वाली गति से चल रही हैं. वहीं, धंसे हुए ट्रैक को दुरुस्त करने का अभियान युद्ध स्तर पर जारी है. खुद रतलाम के डीआरएम इस काम की निगरानी कर रहे हैं. करीब 300 मजदूर और तकनीकी टीम ट्रैक को दुरुस्त करने में जुटे हैं. रेलवे को उम्मीद है कि जल्दी ही यह ट्रेक सुचारू रूप से चालू हो जाएगा. वहीं, गुजरात में भी भारी बारिश के बीच बाढ़ जैसे हालात हैं.

बता दें कि रविवार को मुंबई-अहमदाबाद मार्ग पर वडोदरा डिवीजन में भरूच और अंकलेश्वर स्टेशनों के बीच ट्रेन यातायात रोक दिया गया था. दरअसल, ब्रिगेड संख्या 502 के पास नर्मदा का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा था जिसे देखते हुए ट्रेन के यातायात को रोक दिया गया. वहीं, यात्रियों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए रेलवे ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. 

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गुजरात के भरूच में भी पानी से हाहाकार
मध्य प्रदेश के साथ-साथ गुजरात में भी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. भरूच में भारी बारिश के चलते कई इलाकों में पानी भर गया जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.

मध्य प्रदेश के इन इलाकों में भारी बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग की मानें तो आज मंदसौर, अलीराजपुर, झाबुआ और रतलाम में भारी बारिश देखने को मिल सकती है. मौसम विभाग ने इन इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. 

उज्जैन में हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू
मध्य प्रदेश के उज्जैन में बाढ़ के पानी में एक परिवार फंस गया जिसमें एक गर्भवती महिला भी शामिल थी. इसके बाद, प्रशासन ने हेलीकॉप्टर की मदद से परिवार का रेस्क्यू किया. नीचे देखें वीडियो.

बारिश के पानी में डूबे मंदिर
मध्य प्रदेश में शिप्रा नदी का जल स्तर आज यानी सोमवार को कम हो गया लेकिन नदी तट के पास के मंदिर अभी भी पानी में आधे डूबे हुए हैं. वहां मौजूद एक पुजारी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि कल की तुलना में पानी का स्तर लगभग आधा हो गया है. उन्होंने बताया कि रामघाट पर फिलहाल काफी पानी और कीचड़ है जिसकी. सफाई कराई जाएगी. 


 
पानी के तेज बहाव में फंस गई कार
गुजरात के दाहोद में माही नदी पर बने डैम के ओवरफ्लो होने से आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. इसके अलावा छोटे-छोटे नाले भी बारिश की वजह से उफान पर हैं. यहां पानी के तेज बहाव में एक कार फंस गई. बता दें, राहतबचाव दल ने कार सवारों को तो कार से सुरक्षित निकाल लिया लेकिन कार पानी में ही बह गई. बता दें, गुजरात के अलग-अलग इलाकों में लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है. 

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खरगोन में तीन दिन से हो रही बारिश
मध्य प्रदेश के खरगोन में तीन से लगातार हो रही बारिश के चलते भारी तबाही देखने को मिल रही है. बाढ़ का पानी गांवों में घुस रहा है. वहीं प्रशासन द्वारा लगातार लोगों के राहत-बचाव का कार्य भी जारी है. बता दें, अबतक खरगौन के गांव से 450 लोगों को रस्सी और ट्यूब के सहारे रेस्क्यू किया जा चुका है. 

मध्य प्रदेश के मालवा और निमाड़ क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने से 8,700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. पिछले दो दिनों में खरगोन, बड़वानी, धार, खंडवा, बुरहानपुर, अलीराजपुर और इंदौर जिलों में भारी बारिश हुई. राहत की बात रही कि रविवार को बारिश की तीव्रता थोड़ी कम हुई. 

राहत शिविर में शिफ्ट किए गए लोग
अधिकारियों के अनुसार, खरगोन जिले के 45 राहत शिविरों में 2,017 लोग ठहरे हुए हैं, जबकि इंदौर जिले के विभिन्न गांवों से 227 लोगों को बचाया गया है. इंदौर जिले में एसडीईआरएफ की आठ टीमें राहत अभियान में जुटी हैं. वहीं, धार जिले में 72 निचली बस्तियों में पानी भरने के कारण 1,993 लोगों को ऊंचे स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है. 

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