
कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद की आग ने अब पूरे देश में बहस का दौर शुरू कर दिया है. दुनिया में भी कई जगह पर अभी इसी बात पर बहस छिड़ गई है कि क्या कर्नाटक की छात्राओं की मांग जायज है या फिर सरकार का रुख सही है. अब इस बहस के बीच ये जानने का प्रयास करते हैं कि हिजाब को लेकर दूसरे देशों में क्या नियम हैं.
फ्रांस
यूरोप महाद्वीप का ऐसा पहला देश है, जहां पर सबसे पहले 2004 में स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाया गया था...इसके बाद फ्रांस सरकार ने 2011 में सार्वजनिक स्थानों पर भी चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगा दिया. आश्चर्य तो आपको ये जानकर होगा कि फ्रांस में हिजाब पहनने या पूरा चेहरा ढकने पर करीब 13 हजार रुपये के जुर्माने का प्रावधान है. अगर कोई व्यक्ति किसी महिला को हिजाब पहनने या चेहरा ढकने के लिए बाध्य करता है तो उस पर 26 लाख रुपये के जुर्माने का प्रावधान है.
रूस
रूस ने 2012 में स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाया था, जिसके बाद ये मामला वहां की सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया और कोर्ट ने भी सरकार के फैसले को सही ठहराया था और हिजाब पहनने पर बैन लगा दिया
चीन
शी जिनपिंग सरकार ने भी स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाया हुआ है. चीन में धार्मिकता को परिभाषित करने वाले पहनावे के साथ स्कूली और सरकारी कार्यालयों में एंट्री नहीं है.
डेनमार्क
डेनमार्क संसद ने वर्ष 2017 में सार्वजनिक स्थानों पर चेहरा ढकने पर रोक लगाई थी. अगर कोई डेनमार्क में चेहरा ढकता है तो उस पर पहली बार करीब 12 हजार रुपये का जुर्माना है और दोबारा पकड़े जाने करीब 85 हजार रुपये ज़ुर्माना है. इसी तरह बेल्जियम...नीदरलैंड...बुलगेरिया. जर्मनी..कनाडा ऐसे देश हैं जहां हिजाब या चेहरा ढकने पर प्रतिबंध है .
अगर मुस्लिम देशों की बात की जाए तो सीरिया और इजिप्ट जैसे देशों के विश्वविद्यालयों में पूरा चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगा रखा है. कोसोवो में लड़कियां हिजाब पहन कर स्कूल नहीं जा सकतीं. इसके अलावा ट्यूनीशिया, मोरक्को अज़रबैजान, लेबनान और सीरिया जैसे देशों में हिजाब को लेकर कड़े नियम बनाए गये हैं.
विवाद कब शुरू हुआ?
कर्नाटक के हिजाब विवाद की बात करें तो बड़ा बवाल जनवरी महीने में तब शुरू हुआ था जब छह छात्राओं को हिजाब पहनने की वजह से क्लास में एंट्री नहीं मिली थी. उसी घटना के बाद से प्रदर्शन शुरू हुआ था और देखते ही देखते कई कॉलेज और स्कूल तक ये फैल गया. अब कई जगहों पर स्कूल-कॉलेज बंद करने पड़े हैं, शिमोगा में धारा 144 लगाई गई है और कुछ जगहों पर पुलिस फोर्स का भी इस्तेमाल हुआ है.
ये मामला हाई कोर्ट द्वारा बड़ी बेंच को भेज दिया गया है. ऐसे में हिजाब को लेकर अब जो भी फैसला होगा, वो कोर्ट द्वारा लिया जाएगा.
आज तक ब्यूरो