
भारत में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस ने दस्तक दे दी है और अब यह तेजी से फैल रहा है. भारत के कई राज्यों में इससे संक्रमित मरीज पाए गए हैं. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में कोविड-19 के डेल्टा प्लस वेरिएंट (COVID-19 Delta Plus Variant) का पहला मामला पाया गया है. ये वैरिएंट एक 19 वर्षीय लड़की में मिला है.
न्यूज एजेंसी ने राज्य के अधिकारियों के हवाले से बताया कि कांगड़ा के पालमपुर उप-मंडल के गोपालपुर की एक 19 वर्षीय लड़की 25 मई को कोरोना संक्रमित पाई गई. जिसके बाद उसका सैंपल जांच में कोविड-19 के डेल्टा प्लस संस्करण के लिए भी पॉजिटिव आया.
हालांकि, अधिकारियों ने कहा, Genome Sequencing के लिए भेजा गया उसका नमूना 26 मई को कलेक्ट किया गया था, जब राज्य में लॉकडाउन लागू था. कांगड़ा के उपायुक्त निपुण जिंदल ने पीटीआई को बताया कि लड़की की चाची भी 17 मई को कोविड पॉजिटिव पाई गी थी. अब उसका सैंपल भी Genome Sequencing के लिए भेजा जा रहा है.
अधिकारियों ने कहा कि सोमवार तक दिल्ली में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र से प्राप्त 1,113 नमूनों की रिपोर्ट के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में डेल्टा प्लस संस्करण का कोई मामला नहीं पाया गया था.
देशभर में 1,113 नमूनों में से 109 लोग 'यूके वैरिएंट' से, 8 कप्पा स्ट्रेन से और 76 डेल्टा स्ट्रेन से संक्रमित मिले हैं.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर इस समय पूरी दुनिया में खौफ फैला हुआ है. कोरोना के नए डेल्टा प्लस वेरिएंट की पहचान 11 जून को हुई थी और अब इसे 'वेरिएंट ऑफ कन्सर्न' के रूप में लिस्टेड कर दिया गया है. भारत के 12 राज्य अब डेल्टा वेरिएंट की चपेट में हैं और यहां कुल मिलाकर 50 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. डेल्टा प्लस वेरिएंट के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में देखने को मिले हैं.