
संसद के चालू बजट सत्र के तीसरे दिन जैसा अंदेशा था, वैसा ही हुआ. संसद की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष के कई सांसदों ने स्थगन प्रस्ताव का नोटिस देकरनारेबाजी शुरू कर दी. लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की ओर से बार-बार सदन की कार्यवाही शांति से चलने देने की अपील की गई लेकिन इसका हंगामा कर रहे सांसदों पर कोई असर नहीं पड़ा. अंत में दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई.
दरअसल, विपक्षी सांसद संसद में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट, अडानी ग्रुप पर लगे आरोप को लेकर चर्चा की मांग कर रहे थे. संसद की कार्यवाही शुरू होते ही दोनों सदनों में विपक्षी सांसद अडानी ग्रुप को लेकर पिछले दिनों आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर आक्रामक हो गए. राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर हंगामा शुरू कर दिया.
विपक्षी सांसदों ने अडानी ग्रुप को लेकर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा कर दिया जिसके बाद पीठासीन ने सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया. इस मुद्दे पर संसद में पूरा विपक्ष एकजुट नजर आया. लोकसभा की कार्यवाही को भी विपक्षी दलों के हंगामे के बीच दोपहर2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
कांग्रेस के दो सांसदों ने दिया स्थगन नोटिस
लोकसभा में कांग्रेस के चीफ व्हिप मानिकराम टैगोर और सांसद मनीष तिवारी ने स्थगन प्रस्ताव का नोटिस देकर अडानी ग्रुप से जुड़े मुद्दे के साथ ही चीन के साथ सीमा पर घटनाक्रम को लेकर चर्चा की मांग की. मानिकराम ने नोटिस में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि जनता का पैसा स्टेट बैंक और एलआईसी के जरिये अडानी ग्रुप में लॉक है. नियमित कामकाज स्थगित कर इस मुद्दे पर सदन में तत्काल चर्चा की जानी चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि वित्त मंत्री को नुकसान की वास्तविक स्थिति और जनता का पैसा सुरक्षित रखने के लिए सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी देनी चाहिए.
पंजाब की आनंदपुर साहिब सीट से सांसद मनीष तिवारी ने जीरो ऑवर और अन्य कार्य स्थगित कर चीन के साथ सीमा के हालात को लेकर चर्चा की मांग करते हुए नोटिस दी. विपक्षी सांसदों ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर तत्काल चर्चा की मांग करते हुए हंगामा कर दिया. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी अडानी समूह से जुड़े मुद्दे पर चर्चा की नोटिस दी थी. आसन की ओर से सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील करते हुए बार-बार ये आश्वासन दिया जाता रहा कि उनकी ओर से नियमानुसार की जाने वाली मांग सुनी जाएगी, सांसद कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे.
विपक्ष ने लगाया चर्चा से रोके जाने का आरोप
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित होने के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर सरकार पर हमला बोला और महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा से रोके जाने का आरोप लगाया. मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट की जांच जेपीसी से कराने की मांग की तो वहीं रामगोपाल ने एलआईसी और एसबीआई के पैसे का मुद्दा उठाया.
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष की बैठक
संसद की तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस एक्टिव मोड में नजर आई. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष के सभी दलों के नेताओं की बैठक हुई जिसमें संसद सत्र को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई. इस बैठक में कांग्रेस और सपा के साथ ही अन्य दलों के सांसद भी मौजूद रहे.
पीएम मोदी ने भी की मंत्रियों के साथ बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक की. पीएम मोदी की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ ही नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, अश्विनी वैष्णव, अनुराग ठाकुर भी मौजूद रहे. पीएम की इस बैठक में संसद में सत्ता पक्ष की रणनीति पर मंथन किया गया.