Advertisement

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा अडानी को लेकर जारी हुई रिपोर्ट का मामला, हिंडनबर्ग के मालिक पर कार्रवाई की मांग

सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर विवादास्पद कंपनी हिंडनबर्ग के मालिक और संस्थापक एंडरसन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. यह याचिका वकील मनोहर लाल शर्मा ने दायर की है. याचिका में एंडरसन को शार्ट सेलर बताते हुए उसके खिलाफ निर्दोष निवेशकों का शोषण और धोखाधड़ी करने के आरोप की जांच की मांग की गई है.

गौतम अडानी (फाइल फोटो) गौतम अडानी (फाइल फोटो)
संजय शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 03 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 2:02 PM IST

अडानी ग्रुप पर अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर विवादास्पद कंपनी हिंडनबर्ग के मालिक और संस्थापक एंडरसन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. यह याचिका वकील मनोहर लाल शर्मा ने दायर की है. 

याचिका में एंडरसन को शार्ट सेलर बताते हुए उसके खिलाफ निर्दोष निवेशकों का शोषण और धोखाधड़ी करने के आरोप की जांच की मांग की गई है. याचिका ने एंडरसन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए निवेशकों को मुआवजा दिलाने की मांग की गई है. 

Advertisement

अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग ने हाल ही में अडानी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है. हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर मार्केट में हेरफेर और अकाउंट में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है. हालांकि, गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप ने आरोपों को निराधार और भ्रामक बताया था. उन्होंने दावा किया कि इस रिपोर्ट में जनता को गुमराह किया गया. 

2 नंबर से 21वें नंबर पर पहुंचे अडानी

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी को बड़ा झटका लगा है. उनकी नेटवर्थ में लगातार गिरावट आ रही है. Bloomberg Billionaires Index के मुताबिक, गौतम अडानी की नेटवर्थ में आई गिरावट के चलते अब वे अरबपतियों की लिस्ट में खिसककर 21वें पायदान पर पहुंच गए हैं. उनकी कुल संपत्ति घटकर 61.3 अरब डॉलर रह गई है और बीते 24 घंटे में उन्हें 10.7 अरब डॉलर क नुकसान हुआ है. 

Advertisement

शेयरों में गिरावट के चलते बने हालातों के बीच अब गौतम अडानी फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग से भी पीछे हो गए हैं. जुकरबर्ग की कुल नेटवर्थ 69.8 अरब डॉलर है और वे लिस्ट में 13वें नंबर पर पहुंच गए हैं.

 अडानी ग्रुप ने FPO वापस लिया

हिंडनबर्ग रिपोर्ट और शेयरों में भारी गिरावट के बीच अडानी ग्रुप ने अपना FPO रद्द कर दिया था. अडानी ग्रुप की ओर से कहा गया था कि मार्केट में उतार-चढ़ाव को देखते हुए कंपनी के बोर्ड ने FPO को रद्द करने का फैसला लिया है. कंपनी का उद्देश्य अपने निवेशकों के हितों का रक्षा करना है. इसलिए हम FPO से प्राप्त रकम को हम वापस करने जा रहे हैं और इससे जुड़े लेन-देन को खत्म कर रहे हैं. 20,000 करोड़ रुपये के लिए ये FPO 27 जनवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और 31 जनवरी को फुल सब्सक्राइब होकर क्लोज हुआ था.

अडानी ने बताया- क्यों बंद किया FPO?

गौतम अडानी ने गुरुवार को खुद सामने आकर निवेशकों को FPO को वापस लेने की वजह बताई. उन्होंने कहा कि शेयर बाजार में हलचल और मार्केट में उठापटक को देखते हुए कंपनी का उद्देश्य अपने निवेशकों के हितों की रक्षा करना है. इसलिए हम FPO से प्राप्त रकम को हम वापस करने जा रहे हैं और इससे जुड़े लेन-देन को खत्म कर रहे हैं. गौतम अडानी ने कहा कि मेरे लिए मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है. इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने एफपीओ वापस ले लिया है. इस निर्णय का हमारे मौजूदा परिचालनों और भविष्य की योजनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
 

Advertisement


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement