
कर्नाटक के बेंगलुरु (Bengaluru) में एक हिंदी भाषी किसान को उसके कपड़े और वेशभूषा की वजह से मेट्रो ट्रेन में प्रवेश करने से सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया. दरअसल, उसने सिर पर एक बड़ी सी गठरी ली हुई थी. उसके पास मेट्रो की टिकट भी थी. इसके बावजूद मेट्रो स्टेशन पर सुरक्षा कर्मियों ने उसकी सामान की जांच करने से रोक दिया. मेट्रो स्टेशन पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने इसके पीछे उसके कपड़ों को कारण बताया. सुरक्षाकर्मियों का कहना था कि किसान ने जो कपड़े पहन रखे थे. वह पहनकर मेट्रो के अंदर नहीं जाया जा सकता था. क्योंकि जो कपड़े किसान ने पहने थे, उसे पहनकर मेट्रो में यात्रा नहीं की जा सकती. यह वाकया राजाजीनगर मेट्रो स्टेशन की है.
इस दौरान मौके पर मौजूद कार्तिक सी ऐरानी और अन्य व्यक्तियों ने इस मामले में हस्तक्षेप किया. साथ ही इस बात पर जोर डाला कि किसान के कपड़ों या उससे कोई खतरा नहीं हो सकता. उसके पास ऐसा कुछ नहीं है, जिससे किसी को कोई खतरा हो. इसके साथ ही वह बीएमआरसीएल (BMRCL) के सभी मानदंडों और सुरक्षा मानकों का भी उल्लंघन नहीं कर रहा है.
स्थानीय यात्रियों ने किया हस्तक्षेप
इस बात को लेकर लोगों ने अधिकारियों को यह आश्वस्त करने में लगे रहे कि किसान को मेट्रो में यात्रा करने दिया जाए. क्योंकि किसान को शुरुआत में राजाजीनगर मेट्रो स्टेशन पर यात्रा करने से रोक दिया गया था. इस घटना के प्रतिक्रिया स्वरूप कार्रवाई करते हुए बीएमआरसीएल (BMRCL)ने इस कार्य के लिए तैनात सुरक्षा सुपरवाइजर को निलंबित कर दिया है.
BMRCL ने सुरक्षा कर्मी को हटाया
बीएमआरसीएल ने इस मामले की बाबत यह स्पष्ट किया है कि नम्मा मेट्रो (Namma Metro) सभी लोगों के लिए सुलभ एक समावेशी सार्वजनिक परिवहन का साधन है. राजाजीनगर मेट्रो स्टेशन में जो घटना हुई थी. उसकी जांच की गई है, और वहां तैनात सुरक्षा सुपरवाइजर की सेवाएं समाप्त कर दी गई है. बीएमआरसीएल यात्री को हुई असुविधा के लिए खेद जताता है.'