
जैसे-जैसे होली और रमज़ान के जुमे की घड़ी करीब आ रही है, यूपी से लेकर देश के कई हिस्सों में लोगों धड़कनें बढ़ रही हैं. होली का पर्व खुशियां लाता है, भाईचारे का मिसाल बनता है, प्रेम का संदेश देता है, लेकिन इस बार होली पर जिस तरह से नफरत भरी बोलियां बोली गई हैं, अबकी बार त्योहार पर लोगों के दिलों में डर बैठा हुआ है. पता नहीं कल क्या होगा? कहीं कोई अनहोनी ना हो जाए. ऐसे में यूपी से लेकर देश के कई शहरों में पुलिस हाईअलर्ट पर है, संभल से लेकर दिल्ली तक पुलिस सेंसिटिव इलाकों में फ्लैग मार्च कर रही है. साथ ही प्रैक्टिस भी कर रही है कि अगर कोई असमाजिक तत्व, कुछ गड़बड़ी करने की कोशिश करे, तो उससे कैसे निपटा जाए.
संयोग से 64 साल बाद होली और रमज़ान का जुमा एक साथ पड़ रहा है, तो सियासत में इस संयोग पर प्रयोग भी कहीं ज़्यादा हो रहा है. जुमे के दिन पड़ रही होली पर सियासत में ऐसी ऐसी बोली बोली गई कि शहर-शहर शांति बनाए रखने के लिए पुलिस-फोर्स को तगड़ा फ्लैग मार्च करना पड़ रहा है.
नौबत ये आ गई है कि मस्जिदों को तिरपाल से ढंकना पड़ रहा है. भारत भाईचारे का देश है, इसे बार-बार याद दिलाना पड़ रहा है. सवाल ये है कि ऐसी नौबत ही क्यों आई? तो इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश के उस संभल से होती है, जहां पिछले साल नवंबर में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हिंसा भड़की थी और संभल दो समुदायों के बीच टकराव का सेंटर प्वाइंट है. जब इसी संभल में होली नजदीक आती है, तो संभल के सीओ अनुज चौधरी की तरफ से एक बयान जारी होता है, बयान ये कि साल में 52 जुमे होते हैं और होली एक बार होती है. यूपी के संभल से निकले इस बयान से पूरे देश की सियासत सुलग रही है. बड़ी बात ये है कि जब सीओ अनुज चौधरी के बयान की चर्चा देश की सियासत में होती है, तो सीएम योगी ने संभल के सीए अनुज चौधरी के इस बयान का समर्थन कर दिया.
संभल में पुलिस का ज़बरदस्त पहरा
अब संभल से होली और रमज़ान के जुमे पर सुलगती सियासत यूपी से लेकर देश के कई हिस्सों में चिंगारी बनकर फूट रही है. संभल में पुलिस का ज़बरदस्त पहरा है, क्योंकि यहीं हिंसा फैलने का संकट गहरा है. हालांकि हर किसी की तरफ से आश्वासन दिया गया है कि होली के रंग भी खूब बरसेंगे और रमज़ान के जुमे की नमाज़ भी शांति से होगी.
गोंडा में पुलिस ने की दंगा नियंत्रण की प्रैक्टिस
यूपी के गोंडा में आईजी के नेतृत्व में पुलिस दंगा नियंत्रण की प्रैक्टिस कर रही है. बताया जा रहा है कि अगर कोई हिंसा करने की कोशिश करे, तो उसे कैसे रोका जाए? रिवॉल्वर से लेकर राइफल चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है, तो आंसू गैस का गोला कैसे फेंका जाए, ये भी बताया जा रहा है. पूरे जिले में 25 क्यूआरटी सक्रिय रहेंगी. पीस कमेटियों, व्यापार मंडलों के साथ मीटिंग कर ली गई है. सभी ने हर्ष-उल्लास, धैर्य, संयम, आपसी सौहार्द के साथ त्योहार मनाने का आश्वासन दिया गया है. सोशल मीडिया की निगरानी की जा रही है. उधर, लखनऊ में भारी फोर्स के साथ रूट मार्च किया गया है. जहां हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों से आश्वासन लिया गया है. इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI की मदद से सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है, ताकि कोई अराजकता न फैल सके. मौलानाओं और धर्मगुरुओं से बात करके नमाज और होली जुलूस का समय अलग-अलग किया गया है.
प्रयागराज में भी हाईअलर्ट
यूपी के प्रयागराज में भी पुलिस हाईअलर्ट पर है, ताकि रंगों का त्योहार और रमज़ान के जुमे की नमाज़ भी सुकून से हो जाए. जहां-जहां मस्जिदें है, पुलिस ने उन इलाकों में फ्लैग मार्च किया है. होली खेलने वाली जगहों पर, मस्जिदों के आसपास पुलिस फ़ोर्स तैनात रहेगी और ड्रोन से भी निगरानी की जाएगी. आज भी पुलिस ने मिली जुली आबादी वाली जगहों और बाज़ारों में गश्त की और सुरक्षा व्यवस्था परखी. इस दौरान DCP ने खुद ड्रोन उड़ा कर आस पास के इलाकों की व्यवस्था देखी.
दिल्ली पुलिस ने बनाया प्लान-24
दिल्ली पुलिस ने भी एक ही दिन होली और जुमे की नमाज को देखते हुए प्लान-24 तैयार किया है. मतलब कुल 24 ऐसे स्थान चुने गए हैं, जो संवेदनशील हैं. इन स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी पुलिस का पहरा
एमपी में में इंदौर के महू में पुलिस ने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि अगर होली के रंगों से दिक्कत हो तो मस्जिदों को प्लास्टिक से कवर कर दें. वहीं, छत्तीसगढ़ में जुमे की नमाज के समय में बदलाव किया गया है. होली के दिन मस्जिदों में दोपहर 1 बजे होने वाली नमाज अब 2 से 3 बजे के बीच होगी. सभी मस्जिदों के बोर्ड को पत्र भेजा गया है. छत्तीसगढ़ में 48 घंटे तक पुलिस सड़कों पर रहेगी.