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बंगाल: क्या TMC में शामिल होंगे अनंत महाराज? विधानसभा चुनावों में बीजेपी के साथ आए थे नजर

बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले जिस अनंत महाराज से मिलने गृहमंत्री अमित शाह गए थे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा में जिन्हें बुलाया गया था, वे अब तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के साथ नजर आ रहे हैं.

टीएमसी विधायक के साथ अनंत महाराज. टीएमसी विधायक के साथ अनंत महाराज.
अनुपम मिश्रा
  • कोलकाता,
  • 12 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 10:26 PM IST
  • राजबोंगशी समुदाय के नेता हैं अनंत महाराज
  • नारायणी सेना बनाने के लिए थे प्रयासरत
  • BJP-TMC ने किया था बटालियन बनाने का वादा
  • अलग कूचबिहार चाहते हैं अनंत महाराज

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के दौरान राजबोंगशी समुदाय के दिग्गज नेताओं में से एक अनंत राज महाराज को अपने पाले में लाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बहुत कोशिश की थी. यही वजह थी कि गृह मंत्री अमित शाह, अनंत महाराज से मिलने के लिए असम तक गए थे. गृहमंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा में उन्हें बुलाया गया था, अब वे तृणमूल कांग्रेस के साथ नजर आ रहे हैं.

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ग्रेटर कूचबिहार पीपुल्स एसोसिएशन के नेता अनंत महाराज सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के विधायक जगदीश चंद्र के साथ देखे गए. अनंत महाराज से मिलने के लिए खुद अमित शाह खासतौर पर असम गए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब कूचबिहार के रास मेला मैदान में जनसभा के लिए गए थे तो अनंत महाराज भी वहां पहुंचे थे. 

विधानसभा चुनावों के दौरान ही राजनीतिक हलकों में यह चर्चा चली थी कि अनंत महाराज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो सकते हैं. अटकलें, अटकलें ही रहीं, सोमवार को रथ पूजा के उपलक्ष्य में कूचबिहार के दिनहटा में कामतेईश्वरी मंदिर में अनंत महाराज से टीएमसी के सिताई विधानसभा से विधायक जगदीश चंद्र वसुनिया ने मुलाकात कर ली. 

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तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें

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कुछ दिनों पहले ही उत्तर बंगाल के वरिष्ठ टीएमसी नेता रविंद्र नाथ घोष ने अनंत महाराज के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी. सोमवार को टीएमसी विधायक जगदीश वसुनिया से मुलाकात के बाद चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि क्या अनंत महाराज तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. हालांकि विधायक का कहना है कि यह मुलाकात सिर्फ सामान्य शिष्टाचार भेंट ही थी. 

नारायणी सेना बनाने चाहते थे अनंत महाराज

अनंत महाराज, ग्रेटर कूचबिहार राज्य की मांग करते रहे हैं. इसके लिए वे जमीनी स्तर पर आंदोलन भी चलाते रहे हैं. कुछ साल पहले रिटायर्ड सेना के जवानों की मदद से राजबंशी युवकों को ट्रेनिंग देकर, अनंत महाराज ने नारायणी सेना बनाने की भी कोशिश की थी. 

नारायणी बटालियन पर वादे ही वादे!

बंगाल चुनाव से पहले बीजेपी और टीएमसी दोनों की ओर से कूचबिहार के लोगों की भावनाओं को भुनाने के लिए नारायणी सेना पर कई वादे किए गए थे. बीजेपी की ओर से कहा गया था कि सेना में एक नारायणी रेजीमेंट बनाई जाएगी. वहीं ममता बनर्जी ने भी कूचबिहार के लोगों की भावनाएं जीतने के लिए बंगाल पुलिस में नारायणी बटालियन तैयार करने की घोषणा की थी. अब देखने वाली बात यह है कि क्या टीएमसी उन्हें अपने पाले में ले जाने में कामयाब होगी या नहीं.
 

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