
पिछले कुछ दिनों से फ्लाइट्स में बम होने की धमकी लगातार मिल रही है. इससे यात्रियों को सफर में परेशानी होती है, तो वहीं यह सुरक्षा के नजरिए से भी खतरनाक है. इससे पहले देश के कुछ शहरों के स्कूलों में भी बम होने की धमकी भी मिल चुकी है. इनसे निपटने के लिए अब केंद्रीय एजेंसियां फर्जी कॉल करने वालों का पता लगाने के लिए वीपीएन सर्विस प्रोवाइडर्स से संपर्क कर सकती हैं. नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है.
हाल ही में आईं कई फर्जी धमकी भरी कॉल में वीपीएन का इस्तेमाल किया जा रहा है. संबंधित एजेंसियों से वीपीएन सर्विस प्रोवाइडर्स से संपर्क करने की अपील की गई है. इससे एजेंसियों को यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि बम की अफवाह कहां से और कौन फैला रहा है.
उड़ानों में फर्जी कॉल आने की धमकी
फ्लाइट्स में कई फर्जी कॉल आने के बाद गृह मंत्रालय हरकत में आया है. जानकारी के मुताबिक, फर्जी कॉल करने वालों के लिए MoCA का नया कानून पाइपलाइन में है. MoCA के टॉप सूत्रों से पता चला है कि फर्जी कॉल करने वालों को सजा देने के लिए सख्त नियम बनाए जा रहे हैं. विधि विभाग के साथ विचार-विमर्श किया जा रहा है. जल्द ही नियमों में बदलाव किए जाएंगे. फर्जी कॉल करने वालों के लिए “नो फ्लाई लिस्ट” कई सालों तक चल सकती है.
अधिकारियों ने बताया कि बम की अफवाहों की संख्या में खतरनाक बढ़ोतरी से चिंतित सरकार इस उपद्रव को रोकने के लिए कोशिश कर रही है और धमकी देने वाले लोगों को फ्लाइट के लिए बैन करने पर भी चर्चा कर रही है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय वैश्विक स्तर पर उपलब्ध मॉडल की स्टडी कर रहा है और इस तरह के मामलों से निपटने के इंडियन मॉडल को मजबूत करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के साथ भी बातचीत कर रहा है.
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वहीं, विमानन मंत्रालय इन कॉल करने वाले लोगों के लिए दंडात्मक प्रावधान ला रहा है, गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियां इन संदेशों के स्थान का पता लगाने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) सर्विस प्रवाइडर्स से बात कर रही हैं.
गृह मंत्रालय ऐसे लोगों को डराने-धमकाने से रोकने के लिए मौजूदा साइबर कानूनों के तहत नियमों पर भी विचार कर रहा है. इनमें से ज्यादातर धमकियां VPN के जरिए आती हैं. इंडियन एयरलाइन्स को ईमेल, सोशल मीडिया और कॉल के जरिए चार दिनों में 22 से ज्यादा बम की धमकियां मिल चुकी हैं, जिनमें सभी झूठी निकली हैं. 17 अक्टूबर दो इंटरनेशनल फ्लाइट्स- इंडिगो और विस्तारा को बम की धमकी वाली कॉल आई.