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हैदराबाद: बीजेपी सांसद के रिश्तेदार के अवैध कंपाउंड पर गरजा HYDRAA का बुलडोजर

कई शिकायतों के बाद, HYDRAA कमिश्नर ने 8 जनवरी को व्यक्तिगत रूप से साइट का निरीक्षण किया. इसके बाद, 23 जनवरी को दोनों पक्षों के साथ चर्चा की गई, जहां इस बात पर मुहर लगी कि कंपाउंड की दीवार अवैध रूप से बनाई गई थी.

HYDRAA बुलडोजर एक्शन HYDRAA बुलडोजर एक्शन
अब्दुल बशीर
  • हैदराबाद,
  • 25 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 2:42 PM IST

हैदराबाद डिजास्टर रिस्पॉन्स एंड एसेट मॉनीटरिंग एंड प्रोटेक्शन (HYDRAA) ने रंगा रेड्डी जिले के पोचारम नगर पालिका में बुलडोजर कार्रवाई की है. इलाके के अंतर्गत दिव्यनगर लेआउट में बीजेपी सांसद ईटेला राजेंद्र के रिश्तेदार नल्ला मल्ला रेड्डी द्वारा बनाई गई एक अवैध कंपाउंड दीवार को ध्वस्त कर दिया. इस कार्रवाई से प्लॉट मालिकों और पड़ोसी कॉलोनियों के निवासियों को राहत मिली है, जिन्हें अवरोध की वजह से काफी असुविधा हो रही थी.

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शनिवार को हुई यह कार्रवाई दिव्यनगर लेआउट के निवासियों और प्लॉट मालिकों की शिकायतों के बाद की गई, जिन्होंने नल्ला मल्ला रेड्डी पर अवैध रूप से दीवार का निर्माण करने और गेट लगाने का आरोप लगाया था. इससे सड़कों और पड़ोसी कॉलोनियों तक पहुंच अवरुद्ध हो गई थी.

क्या है पूरा मामला?

दिव्यनगर लेआउट को घेरने वाली कंपाउंड दीवार ने पोचारम नगर पालिका के सर्वे नंबर 66 में 200 एकड़ में फैले 2,200 से ज्यादा प्लॉट तक आवाजाही और पहुंच को खत्म कर दिया. निवासियों ने आरोप लगाया कि उन्हें नल्ला मल्ला रेड्डी की पूर्व अनुमति के बिना अपने प्लॉट बेचने या यहां तक कि उन्हें देखने से भी रोका गया, जिन्होंने कथित तौर पर लेन-देन के दौरान विक्रेताओं से ₹50 हजार की मांग की थी.

आगे की शिकायतों में लेआउट विकास शुल्क के कलेक्शन के बारे में जानकारी दी गई लेकिन निवासियों ने दावा किया कि सड़क या सीवेज सिस्टम और बुनियादी ढांचे से संबंधित किसी भी वादे पर काम नहीं किया गया. इसके बजाय, कंपाउंड की दीवार और गेट की वजह से एंट्री रुक गई. इससे निवासियों को अनुमति लेने और गेट पर अपनी डीटेल्स दर्ज करने के लिए मजबूर होना पड़ा.

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यह भी पढ़ें: बुलडोजर या JCB नहीं है सही नाम, फिर तोड़-फोड़ करने वाली इस गाड़ी को बोलते क्या हैं?

अधिकारियों ने क्या कदम उठाया?

कई शिकायतों के बाद, HYDRAA कमिश्नर ने 8 जनवरी को व्यक्तिगत रूप से साइट का निरीक्षण किया. इसके बाद, 23 जनवरी को दोनों पक्षों के साथ चर्चा की गई, जहां इस बात पर मुहर लगी कि कंपाउंड की दीवार बिना जरूरी अनुमति के बनाई गई थी. इसके फौरन बाद डिमोलिशन के आदेश जारी किए गए.

इसके बाद शनिवार को, HYDRAA के अफसरों ने आदेशों का पालन करते हुए, अवैध परिसर की दीवार को गिरा दिया. कई प्रमुख सड़कों तक पहुंच को अवरुद्ध करने वाले गेटों को हटा दिया. 

इलाके वालों को मिली राहत 

HYDRAA इस कार्रवाई से सिंगरेनी (Singareni) कंपनी के रिटायर्ड कर्मचारियों और अन्य प्लॉट मालिकों को बहुत राहत मिली है, जो अपने प्लॉट का उपयोग करने या बेचने के लिए संघर्ष कर रहे थे. अवैध दीवार को हटाने के साथ, दिव्यनगर लेआउट और आस-पास के इलाकों के निवासी अब बेहतर कनेक्टिविटी और पहुंच की उम्मीद कर सकते हैं, जिससे लंबे वक्त से चली आ रही समस्या का समाधान हो जाएगा.

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