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LAC के पार चीन की गतिविधियों को लेकर कैसी है भारत की रणनीति, IAF चीफ ने दिया जवाब

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा, लद्दाख में स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि दोनों सेनाएं पीछे हट रही हैं. लकिन हम चीनी वायु सेना की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं. हमने रडार और वायु रक्षा नेटवर्क बढ़ाया है. हमने सही समय पर गैर-एस्केलेटर कदम उठाए.

 एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी
अभिषेक भल्ला
  • नई दिल्ली,
  • 04 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 2:04 PM IST

8 अक्टूबर को होने वाले वायुसेना दिवस से पहले एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने मंगलवार को सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने लद्दाख में संचालन से लेकर वायुसेना के लड़ाकू बेड़े और थिएटर कमांड जैसे विषयों पर अपनी बात रखी. 

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा, लद्दाख में स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि दोनों सेनाएं पीछे हट रही हैं. लकिन हम चीनी वायु सेना की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं. हमने रडार और वायु रक्षा नेटवर्क बढ़ाया है. हमने सही समय पर गैर-एस्केलेटर कदम उठाए. उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक स्तर पर हाल ही में जो घटनाक्रम हुए हैं, वे किसी भी चुनौती से निपटने के लिए एक मजबूत सेना की आवश्यकता को दर्शाते हैं. 

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एयर चीफ मार्शल ने कहा कि LAC पर स्थिति सामान्य है, यह कहने के लिए पहले की स्थिति में लौटना होगा और सभी बिंदुओं से पूरी तरह से वापसी करनी होगी. उन्होंने कहा कि हम LAC पर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि भारतीय वायुसेना सभी प्रकार की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. 

वहीं, जब उनसे पाकिस्तान में लैंड करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल की घटना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट को यहां बताना सही नहीं होगा.  एसओपी में खामियों पर टाई सर्विस लेवल पर चर्चा की गई है. साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि ऐसी घटना दोबारा न हो. इस मामले में तीन अफसरों को दोषी पाया गया है. उन पर कार्रवाई की गई है. 

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हम थिएटर कमांड का विरोध नहीं कर रहे- वायुसेना प्रमुख

वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हम थिएटर कमांड बनाने की किसी भी प्रक्रिया का विरोध नहीं कर रहे हैं. थिएटर कमांड की संरचनाओं के संबंध में हमारे कुछ मुद्दे हैं. हम एकीकरण प्रक्रिया का पूरी तरह से समर्थन कर रहे हैं. यह भविष्य के लिए तैयार होनी चाहिए. 

भारतीय वायुसेना के स्क्वाड्रन की संख्या 42 से घटकर 30 स्क्वाड्रन रह गई है? इस सवाल पर वायु सेना प्रमुख ने कहा कि तय संख्या के आंकड़े को कम करने की कोई योजना नहीं है. उन्होंने कहा कि MiG 21 की एक स्क्वाड्रन अभी रिटायर हुई है. अगले 2-3 साल में 3 और स्क्वाड्रन रिटायर होंगी. 

 

 

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