Advertisement

IIT कानपुर ने देश को पहले SRS सिस्टम की सौगात दी, रक्षा के क्षेत्र में 'क्रांति'

देश को पहले SRS सिस्टम की सौगात मिल गई है. IIT कानपुर की तरफ से इसे विकसित किया गया है. एक्सपर्ट इसे आत्मनिर्भर बनने की ओर एक बड़ा कदम मान रहे हैं और रक्षा के क्षेत्र में इसे क्रांति के तौर पर देख रहे हैं.

IIT कानपुर ने देश को पहले SRS सिस्टम की सौगात दी IIT कानपुर ने देश को पहले SRS सिस्टम की सौगात दी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 3:23 PM IST
  • सिर्फ चुनिंदा देशों के पास है SRS सिस्टम
  • सटीक निशाना और नुकसान कम

भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और कदम बढ़ा दिया गया है. IIT कानपुर की मदद से भारत को पहला सॉफ्ट रिकवरी सिस्टम (SRS) मिल गया है. ये SRS सुपरसोनिक प्रोजेक्टाइल की रिकवरी का काम काफी आसान कर देगा और देश की रक्षा प्रणालियों को भी ज्यादा मजबूत करने का काम करेगा. वैसे अभी SRS की सुविधा सिर्फ कुछ चुनिंदा देश के पास ही मौजूद है. लेकिन IIT कानपुर के प्रयास से अब भारत भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है.

Advertisement

जानकारी के लिए बता दें कि IIT कानपुर ने बख्तरबंद वाहन निगम लिमिटेड (AVNL) की इकाई आयुध निर्माणी मेदक (OFMK) के साथ मिलकर भारत को SRS सिस्टम की सौगात दी है. इस SRS के जरिए ध्वनि की गति से तीन गुना गति से चलने वाले 30 मिमी सुपरसोनिक प्रोजेक्टाइल को भी रोकने की क्षमता है. इसके निर्माण में प्रोफेसर नचिकेता तिवारी और आयुध निर्माणी मेदक (ओएफएमके) के महाप्रबंधक आलोक प्रसाद ने निर्णायक भूमिका निभाई है और उन्हीं की वजह से भारत को पहला SRS मिल पाया है.

प्रोफेसर निचिता की माने तो SRS के निर्माण के बाद अधिक इंटेलीजेंट आयुध टैंकों का निर्माण संभव हो जाएगा जिसका प्रभाव तो पहले की तुलना में कई गुना बढ़ जाएगा, लेकिन नुकसान एकदम ना के समान रहेगा. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि अब किसी भी लक्ष्य को और ज्यादा सटीक अंदाज में भेदा जा सकेगा. 

Advertisement

इस सफलता के बारे में लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी (सेवानिवृत्त) मानते हैं कि इस तकनीक से भारत ने आत्मनिर्भर बनने की ओर कदम बढ़ा दिया है और आने वाले समय में देश की निर्यात क्षमता पर भी असर डालने वाला है. उनकी तरफ से इस बात पर जोर दिया गया है कि स्मार्ट युद्धपोत की वजह से बाद में स्मार्ट बमों का निर्माण संभव हो जाएगा और फिर उसकी वजह से आर्टिलरी शेल की सटीकता में जबरदस्त इजाफा देखने को मिल जाएगा.

सिमर चावला की रिपोर्ट

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement