
दिल्ली और आसपास के उत्तरी इलाकों में ठंड से राहत मिलने की फिलहाल उम्मीद कम दिखाई दे रही है. साल के आखिरी दो दिनों में थोड़ा तापमान बढ़ेगा लेकिन नया साल शुरु होते ही शीतलहर भी एक बार जबरदस्त वापसी करेगी. इस समय दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और यहां तक कि राजस्थान के मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं ने हड्डियां कंपा रखी हैं. मौसम विभाग की मानें तो शीतलहर का ये सिलसिला 28 दिसंबर तक बदस्तूर चलने वाला है और उसके बाद 29 से लेकर 31 दिसंबर तक मामूली तौर पर पारा थोड़ा ऊपर जाएगा.
दरअसल, दिल्ली और उत्तर पश्चिमी भारत के इलाकों में सर्दी का उतार-चढ़ाव पश्चिम से आने वाली हवाओं पर निर्भर करता है. पश्चिमी विक्षोभ यानि वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से ठंड बढ़ती है या घटती है क्योंकि इसी से हवाओं की दिशा और साथ ही रफ्तार भी तय होती है. स्काईमेट के वाइस प्रेसीडेंट महेश पालावत बताते हैं "इस समय एक पश्चिमी विक्षोभ इराक के आसपास बना हुआ है जिसकी वज़ह से अगले दो दिनों में पहाड़ों पर बारिश हो सकती है. लेकिन उसका असर मैदानी इलाकों में ज़्यादा नहीं होगा. हालांकि दो दिनों के बाद यानि 29 और 30 दिसंबर को एक दूसरा वेस्टर्न डिस्टरबेंस फिर से एक्टिव होगा और वो नए साल में दिल्ली और आसपास के इलाकों में उत्तर और उत्तर पश्चिम दिशा से बर्फीली हवाओं को लेकर आएगा"
नए साल में अधिकतम तापमान एक बार फिर 15 डिग्री के आसपास तक आ सकता है. वहीं, रात का तापमान भी गिर कर 5 डिग्री से नीचे जाने की संभावना है. वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी भी हो सकती है यानि जो पर्यटक छुट्टियां मनाने दिल्ली छोड़ कर हिल स्टेशन का रुख करने की सोच रहे हैं उन्हें साल के आखिर और नए साल की शुरुआत में बर्फबारी देखने को मिल सकती है.