
चीन के साथ सीमा पर जारी विवाद के बीच भारत अपनी सेनाओं को मजबूत करने में जुटा हुआ है. इस बीच अमेरिका में आई नई सरकार के साथ भारत का नया करार हुआ है, जो आने वाले वक्त में देश की सेनाओं को मजबूती प्रदान करेगा. जो बाइडेन प्रशासन की ओर से लड़ाकू विमान बनाने वाली कंपनी बोइंग को F-15 EX विमान भारत को देने की मंजूरी प्रदान कर दी गई है.
यानी अब भारतीय वायुसेना को बोइंग से ये अत्याधुनिक विमान मिल पाएंगे, बस अब डील तय होनी बाकी है और अन्य कोई अड़चन सामने नहीं आएगी. ऐसे में आखिर ये विमान इतने खास क्यों हैं, एक नज़र डाल लीजिए...
बोइंग की ओर से जानकारी दी गई है कि इस नए अत्याधुनिक विमान को लेकर भारत और अमेरिका की सरकारों में चर्चा हुई है. जिसके बाद इसकी जानकारियां साझा की गई हैं, जल्द ही कोई सकारात्मक निर्णय हो सकता है. इतना ही नहीं बेंगलुरु में शुरू हो रहे ऐरो इंडिया शो में भी इसे प्रदर्शित किया जाना है.
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क्यों खास है बोइंग का ये F-15EX लड़ाकू विमान?
बोइंग द्वारा बनाए जाने वाले F-15 लड़ाकू विमान का लेटेस्ट वर्जन F-15EX है. मौजूदा वक्त में हवा से हवा में लड़ाई में ये सबसे बेहतर माना जाता है. इस नए लड़ाकू विमान में ओपन मिशन सिस्टम लगाया गया है, जो हवा में ही पूरा कंट्रोल करता है. साथ ही नया इलेक्ट्रोनिक वारफेयर सिस्टम इसमें लॉन्च किया गया है.
बोइंग के मुताबिक, मौजूदा वक्त में अमेरिकी सेना की तीनों टुकड़ियां इस नए विमान की ओर काफी आकर्षित हुई हैं और इसकी डिमांड भी बढ़ी है. खास बात ये है कि ये विमान कई अत्याधुनिक मिसाइलों को साथ ले जा सकता है, जिसमें सुपरसोनिक मिसाइल भी शामिल है.
बोइंग का ये नया विमान एक साथ 36 टन से अधिक वजन लेकर टेक ऑफ कर सकता है, यही कारण है कि सुखोई-30 MKI और राफेल जैसे लड़ाकू विमान के साथ इसकी तुलना की जाती है.
इतना ही नहीं F-15EX अपनी विंग में करीब 13 टन तक हथियार, तेल और अन्य सामान भर सकता है, जबकि राफेल के पास सिर्फ 9.5 टन तक स्टोरेज की क्षमता है. साथ ही इसके पास 22 एयर टू एयर मिसाइल स्टोर करने की क्षमता है.