
भारत और चीन के बीच लंबे समय से सीमा विवाद जारी है. इस दौरान बीते साल लद्दाख में हुई हिंसक झड़प के बाद माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया. लेकिन वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास टकराव वाली जगहों से फौजों की वापसी के बाद अब दोनों देशों के बीच हालात सामान्य होते नजर आ रहे हैं. भारत और चीन दोनों ही पक्षों ने इस बात पर रजामंदी जताई कि पूर्वी लद्दाख में LAC पर जो मुद्दे अनसुलझे हैं, जल्दी ही उनका समाधान खोजा जाएगा.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, भारत और चीन शुक्रवार को द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए पूर्वी लद्दाख में LAC के साथ सभी फ्रिक्शन पॉइंट्स में कंप्लीट डिसइंगेजमेंट के लिए स्वीकार्य समाधान तक पहुंचने के लिए बातचीत और संचार बनाए रखने पर सहमत हुए हैं. बताया गया कि दोनों ही पक्ष राजनयिक और सैन्य तंत्र के जरिए बातचीत और संवाद बनाए रखने के लिए सहमत हुए हैं. साथ ही दोनों पक्ष LAC पर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए काम करेंगे.
दोनों देश इस पर भी सहमत हुए कि पूर्वी लद्दाख में लंबे समय तक सीमा गतिरोध को हल करने के लिए राजनयिक वार्ता का एक और दौर आयोजित किया जाए.
इस मसले पर भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि दोनों पक्ष LAC के साथ सभी फ्रिक्शन पॉइंट्स से कंप्लीट डिसइंगेजमेंट के लिए 12वें दौर की सैन्य वार्ता जल्द से जल्द आयोजित करने पर सहमत हुए हैं.
MEA ने कहा कि दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में LAC के साथ स्थिति पर विचारों का खुलकर आदान-प्रदान किया. दोनों पक्षों ने सितंबर 2020 में दोनों विदेश मंत्रियों के बीच हुए समझौते को ध्यान में रखते हुए पूर्वी लद्दाख में LAC के साथ शेष मुद्दों का शीघ्र समाधान खोजने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की.
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि इस बात पर भी सहमति बनी है कि दोनों पक्ष जमीन पर स्थिरता सुनिश्चित करना और किसी भी अप्रिय घटना को रोकना जारी रखेंगे. साथ ही दोनों पक्ष मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुसार पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी के साथ सभी फ्रिक्शन पॉइंट्स से डिसइंगेजमेंट के लिए वरिष्ठ कमांडरों की बैठक के अगले दौर को जल्द से जल्द आयोजित करने पर सहमत हुए हैं.