
भारत और चीन के बीच लद्दाख बॉर्डर पर पिछले कुछ महीनों से तनाव जारी है. चीन ने सीमा पर अपनी सेना की मौजूदगी बढ़ा ली है. इस बीच बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संसद में बयान दिया है कि पिछले 6 महीने में भारत-चीन की सीमा पर किसी तरह की घुसपैठ नहीं हुई है.
राज्यसभा में एक सांसद की ओर से सवाल पूछा गया था कि पिछले 6 महीने में पाकिस्तान और चीन की सीमा पर क्या घुसपैठ में बढ़ोतरी हुई है. जिसपर गृह मंत्रालय ने लिखित बयान दिया है. बयान में चीन सीमा पर किसी तरह की घुसपैठ ना होने की बात कही गई है.
बता दें कि लद्दाख में मौजूदा स्थिति जो बनी हुई है, उसे लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल का उल्लंघन माना जा रहा है. ऐसे में इसे घुसपैठ नहीं माना गया है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक, घुसपैठ शब्द का इस्तेमाल अधिकतर LoC पर आतंकियों के लिए किया जाता है. दूसरी ओर पाकिस्तान की ओर से की जा रही घुसपैठ पर गृह मंत्रालय ने आंकड़ा भी दिया है.
गृह मंत्रालय ने जवाब में कहा है कि बॉर्डर पर घुसपैठ को रोकने के लिए सरकार ने काफी कदम उठाए हैं. बॉर्डर फेंसिंग, इंटेलिजेंस, ऑपरेशनल कॉर्डिनेशन समेत कई मसलों से पाकिस्तान से हो रही घुसपैठ को रोका गया है.
गौरतलब है कि मंगलवार को ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में चीन के साथ तनाव पर बयान दिया था और कहा था कि चीन ने 1993 के समझौते का उल्लंघन किया है. चीन की ओर से मौजूदा LAC की स्थिति को बदलने की कोशिश की जा रही है और बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात किया गया है.
राजनाथ सिंह ने अपने बयान में सदन को बताया कि भारत चीन के साथ बातचीत कर मामले को सुलझाना चाहता है और बॉर्डर पर शांति चाहता है. लेकिन अगर चीनी सेना पीछे नहीं हटती है, तो भारत किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार है.